Haydrabad news : तेलंगाना के नागरकुरनूल में अमराबाद मंडल के डोमलपेंटा गांव के पास श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे आठ लोगों को निकालने के लिए अब सेना को बुलाया गया है। इस रेस्क्यू में एनडीआरएफ, राज्य आपदा और खदान विभाग के कर्मी भी सहयोग कर रहे हैं। सुरंग के अंदर भरे पानी को निकालने के लिए हैवी ड्यूटी के मोटीपम्प लाये गये हैं।
दरअसल, शनिवार को एसएलबीसी की निर्माणाधीन सुरंग में काम चल रहा था। तभी सुरंग के अन्दर छत का हिस्सा ढहने से आठ लोग फंस गये हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हरसम्भव प्रयास हो रहे हैं। सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान में 120 एनडीआरफ के कर्मचारी, 24 सिंगरेनी खदान के कर्मचारी और राज्य आपदा प्रबंधन से जुड़े 24 कर्मचारी और भारतीय सेना के 24 जवान शामिल हैं। इस दौरान जिलाधीश संतोष ने सुरंग के अन्दर कुछ दूर जाकर फंसे मजदूरों को उनके नाम पुकार कर सम्पर्क साधने की कोशिश की गयी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
बताया जा रहा है कि मलबे से 200 मीटर का हिस्सा पूरी तरह बंद हो गया है। सुरंग में 11-13 किमी के बीच के हिस्से में पानी जमा है। पानी को निकालने के लिए हेवी ड्यूटी के मोटरपम्प कार्य कर रहे हैं। टनल बोरिंग मिशन के दोनों किनारों पर कीचड़ और पानी भरा है। पानी और कीचड़ को पार करने में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी कड़ी मशक्कत कर एनडीआरएफ के जवान टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के सामने तक पहुंच गयी हैं। ऐसी स्थिति है कि जब तक पानी व कीचड़ को रास्ते से हटाया नहीं जायेगा, तब तक सुरंग में फंसे लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सकता। इस आपरेशन को अंजाम देने के लिए चार टीमें बुलायी गयी हैं। इससे पहले रविवार की सुबह जिलाधीश संतोष, पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने एनडीआरफ, सिंगरेनी खदान और सिंचाई विभाग के विशेषज्ञों के साथ रेस्क्यू अभियान की समीक्षा बैठक की।