Firozabad news : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब ईडी की गिरफ्तारी के बाद जेल गए थे तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने यह बड़े साहस से कहा था की पार्टी और राज्य के लिए हेमंत है तो हिम्मत है। यह हिम्मत की बात जरा अलग नजरिए से देखिए। यह खबर आई है कि किस प्रकार अंडरवर्ल्ड के डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्ति की नीलामी के दौरान एक दुकान की सबसे बड़ी बोली लगाने वाले हेमंत जैन के कारण डॉन दुबक गया और कुछ नहीं कर सका।
फिरोजाबाद से पहुंचे मुंबई
बताया जाता है कि 23 साल तक चली लड़ाई में हेमंत की एक-एक कर शहर की पांच दुकानें बिक गईं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। पांच साल तक हाई कोर्ट में मुकदमा लड़ा और आखिरकार जंग जीत ली। कोर्ट के आदेश पर आयकर विभाग ने 19 दिसंबर को दुकान की रजिस्ट्री कर दी। अब कब्जा की बात रह गई है।
55 साल के हैं हेमंत जैन
55 वर्ष के हो चुके हेमंत जैन ने बताया कि 11 जनवरी 2001 को उन्होंने एक समाचार पढ़ा कि दाऊद इब्राहिम की संपत्ति नीलाम हो रही है, लेकिन डर के कारण कोई खरीददार आगे नहीं आ रहा हैं। इसके बाद उन्होंने डान के डर को हराने का फैसला लिया और 1200 किमी दूर मुंबई पहुंच गए। इसके बाद नीलामी में शामिल होकर सबसे बड़ी बोली लगाई।₹200000 में दुकान खरीद ली। सामान बढ़ाओ के बावजूद कोर्ट का आदेश उनके पक्ष में आने पर आयकर विभाग ने विभिन्न मदों में 1.54 लाख रुपये जमा करवाए। इसके बाद 19 दिसंबर को उनके नाम दुकान की रजिस्ट्री कर दी। अब दुकान की कीमत 23 लाख रुपये से अधिक है। 21 जनवरी को कब्जा लेने मुंबई पुलिस के पास जाएंगे।