Bhubaneswar news : पुरी में विराजमान महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार में क्या कोई खजाना छुपा है, क्या उसके अंदर कोई गुप्त सुरंग है, उसकी दीवारों में क्या बेशकीमती रत्न आदि का भंडार है, इन सभी सवालों पर जल्द ही पर्दा उठने वाला है, क्योंकि मंदिर प्रबंधन और सरकार की सहमति से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग की एक उच्च-स्तरीय टीम ने बुधवार से प्रारंभिक निरीक्षण का कार्य शुरू कर दिया है।
26 विशेषज्ञों की टीम जुटी है निरीक्षण में
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अतिरिक्त महानिदेशक की देखरेख में सीएसआईआर-एनजीआरआई के 26 विशेषज्ञों की टीम इस कार्य में जुटी है। निरीक्षण कार्य उच्च तकनीक वाले उपकरणों और अन्य उपकरणों के सहयोग से हो रहा है। मंदिर प्रशासन के अनुसार इस जांच के बाद ही रत्न भंडार को लेकर चल रही तरह-तरह की चर्चाओं का दौर थमेगा।
मरम्मत के बाद भंडार में फिर रखे जाएंगे रत्न व आभूषण
भगवान जगन्नाथ के आभूषणों सहित अन्य कीमती रत्नों को पुरी श्रीमंदिर परिसर के अंदर अस्थायी स्ट्रॉन्ग रूम में स्थानांतरित कर दिया गया था। विशेषज्ञों की टीम द्वारा जारी निरीक्षण कार्य महत्वपूर्ण है। इससे संबंधित रिपोर्ट आने के बाद इसकी मरम्मत की प्रक्रिया शुरू है। इस बीच स्थानांतरित रत्नों और आभूषणों की गिनती से लेकर उसकी मरम्मत की जानी है। इसके बाद उसे फिर से रत्न भंडार में शिफ्ट किया जाएगा।