New Delhi news : संसद के बजट सत्र का पहला भाग गुरुवार को पूरा हो गया और दोनों सदनों की कार्यवाही 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गयी। दोनों सदनों की कार्यवाही 31 जनवरी से शुरू हुई थी। इस दौरान दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट पर चर्चा की गयी। वित्त मंत्री ने गुरुवार को राज्यसभा में बजट पर हुई चर्चा का जवाब दिया।
लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट पेश की गयी। रिपोर्ट को पेश किये जाने के दौरान दोनों सदनों में विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष का कहना था कि रिपोर्ट में विपक्ष के नेताओं की असहमति के बिन्दुओं को हटाया गया है। विपक्ष के नेता इसको लेकर लोकसभा अध्यक्ष से भी मिले। उन्होंने लोकसभा में जानकारी दी कि विपक्ष की ओर से उठाये गये विषयों को जेपीसी रिपोर्ट में शामिल कर लिया गया है।
राज्यसभा में आज बजट पर चर्चा की गयी। सुबह रिपोर्ट पेश किये जाने के दौरान पहले सदन में विपक्ष ने हंगामा किया। बजट पर चर्चा का उत्तर देते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि बजट एक चुनौतीपूर्ण समय के दौरान तैयार किया गया था। इसमें अनुमान या पूर्वानुमान से परे गम्भीर बाहरी चुनौतियां थीं। इसके बावजूद हमने भारत के हितों को सर्वोपरि रखते हुए आकलन को यथासम्भव सटीक रखने का प्रयास किया है।
राज्यसभा में शाम तक चली चर्चा के बाद उपसभापति हरिवंश ने कार्यवाही को 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया। दूसरी ओर, लोकसभा में दोपहर दो बजे के बाद कुछ देर सदन चला और कार्यवाही 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गयी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सत्र के प्रथम भाग को उत्पादक बताया और सभी से आगे भी सहयोग की अपेक्षा की। प्रथम भाग के अंतिम दिन आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट पेश की गयी और आयकर विधेयक भी पेश किया गया।
उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को राष्ट्रपति ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को सम्बोधित किया था। इसके बाद सरकार की ओर से आर्थिक सर्वे पेश किया। एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया। इसके बाद से दोनों सदनों की कार्यवाही लगभग सामान्य चली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दोनों सदनों में चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों में हुई चर्चा का जवाब दिया।