Sambhal news, UP news : राज्य के संभल जिले में बावड़ी मिलने के बाद यहां मौजूद प्राचीन धरोहरों के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। अब इनका एक दावेदार सामने आया है। दावा है कि यह बावड़ी 1700 ई. में राजा आत्माराम ने बनवाई थी। इसे जमींदोज कर दिया गया। संपूर्ण समाधान दिवस में बावड़ी की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता कौशल किशोर वंदे मातरम ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। दरअसल अब राजा चंद्र विजय सिंह का एक पत्र बावड़ी की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता कौशल किशोर ने पत्रकारों को दिखाते हुए बताया कि राजा चंद्र विजय सिंह ने मुझे अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
वहीं इधर उक्त मामले में सनातन सेवक कौशल किशोर वंदे मातरम ने दावा करते हुए बताया कि बावड़ी निकल रही है। राजा चंद्र विजय सिंह और बहन रीना कुमारी की यह मिलकियत है, जो रानी प्रीतम कुमारी व राजा परिवार के यह सब वंशज है। उन्हीं की वंशावली में यह बावड़ी आई है। उन्होंने आगे कहा कि राजा चंद्र विजय सिंह ने मुझे अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
बावड़ी पुरातत्व और ऐतिहासिक धरोहर
राजा चंद्र विजय द्वारा लिखित जो लेटर हमें मिला है, उसे हम डीएम संभल को देने जा रहे हैं। राजा चंद्र विजय सिंह की संपत्तियां आदि पर जो अवैध कब्जा कर रखा है उसे हम प्रशासन को अवगत करा कर मुक्त कराने का प्रयास करूंगा। बावड़ी पुरातत्व और ऐतिहासिक धरोहर है, इसके ऊपर जो भी अवैध अतिक्रमण होगा उसे हटाया जाएगा। यह प्रशासन की जांच का विषय है कि बावड़ी कहां तक जाती है यह क्या कार्रवाई करते है यह प्रशासन के विवेक पर निर्भर है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सनातनी प्राचीन संपत्ति को नष्ट और जमींदोज करने वालों पर भी कार्रवाई की मांग की। राजा साहब ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पुरातत्व विभाग इसका सर्वेक्षण करे। बावड़ी सबके सामने प्रशासन लाए और पुन: इसका सौंदर्यीकरण कराएं। एएसआई की टीम यहां लगातार आ रही है,सबूत भी मिल रहे हैं और टीम जांच कर रही है। वहीं कौशल किशोर वंदे मातरम ने दावा यह भी किया यह राजा आत्मा राम जी ने 1700 ई में बनवाई थी उसी समय की है।
पत्र का मजमून
जिलाधिकारी संभल
चंदौसी के इर्द-गिर्द हमारे परिवार की कुछ संपत्तियां तथा प्राचीन मंदिर आदि स्थित है। जिन पर काफी वर्षों से भूमाफियाओं का षड्यंत्र चल रहा है। हमने श्री कौशल किशोर वंदे मातरम को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है कि वह प्रशासन से संपर्क करें एवं उक्त धरोहर को भू- माफियाओं से आपकी सहायता से मुक्त करवा कर चंदौसी के नागरिकों को उपलब्ध काराएं।