Lucknow news, UP news : उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी समाजवादी पार्टी के नेता चुनाव प्रचार में ताकत झोंक रहे हैं। जनसभाओं और पत्रकारों से बातचीत में एक-दूसरे पर जुबानी जंग तीखी हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी जनसभाओं में ‘जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई और बबुआ अभी बालिग नहीं’ जैसे शब्द वाणों से हमला कर रहे हैं।दूसरी तरफ सपा प्रमुख मुख्यमंत्री पर सीधे हमलावर हैं। रोज नए-नए नारे गढ़े जा रहे हैं। पोस्टर युद्ध अलग रंग दिखा रहा है। कुल मिलाकर यह तो शुरुआत है। इसकी संभावना अधिक है कि आगे और व्यंग्यबाण चलेंगे।
बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के नेतृत्व, नीति व नेताओं को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि सपा की टोपी लाल, लेकिन कारनामे काले हैं। करहल में उन्होंने अखिलेश यादव के बारे में कहा कि बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री करहल में पार्टी प्रत्याशी अनुजेश यादव के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का आचरण अपने पिता और सपा संस्थापक स्व. मुलायम सिंह यादव की भावनाओं के विरुद्ध है।
सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही
अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही है। कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया था। नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे। वे कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है, लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सपा नेतृत्व के कृत्यों से मुलायम सिंह यादव को कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू हो गया है। कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरीवालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह ने राममनोहर लोहिया को आदर्श बनाया था। डॉ. लोहिया ने कहा था कि सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति व संतति का मोह न करे, फिर भी सपा में सारा पद एक ही परिवार को चाहिए।
योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी रामद्रोही है। वे राममंदिर का दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि उन्हें लगता था कि वोटबैंक खिसक जाएगा। करहलवासी उनसे कहें कि आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते, तो हमारा वोट लेने क्यों आते हैं। हम आपसे बॉय-बॉय करते हैं।
व्यक्ति वस्त्र से नहीं वचन से योगी होता है : अखिलेश
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जवाबी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति वस्त्र से नहीं वचन से योगी होता है। भारतीय परम्परा रही है कि जो जितना बड़ा संत होता है, उतना कम बोलता है। जब बोलता है, तो जनकल्याण के लिए बोलता है। यहां तो सब उल्टा है।
सपा प्रमुख पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। नोटबंदी की बरसी के मौके पर खजांची यादव का जन्मदिन मनाते हुए उन्होंने सीधे सीएम योगी को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि हमारे यहां के योगी मौनी परंपरा से होते हैं। इसका अर्थ हुआ कम बोलने वाले। उन्होंने योगी को एक अधिक बोलने वाला मुख्यमंत्री करार दिया। मुख्यमंत्री जिस तरह की भाषा प्रयोग कर रहे हैं, उससे लगता है कि कहीं न कहीं उनकी योग्यता के बारे में हम लोगों को जानना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अमृत काल की याद दिलाती है, लेकिन उसके कार्यकाल में आजादी का नहीं बर्बादी का अमृत काल है। कहा जाता है कि कलयुग में सब उल्टा होता है। भाजपा सरकार में यही दिखाई दे रहा है। हमारे यहां कहा गया है कि जितना बड़ा योगी होता है, उतना चुप रहता है। यहां मौनी और मुनि की परम्परा रही है, लेकिन आज जिन्हें मृदुभाषी होना चाहिए वे वाचाल और कटुभाषी बन गये हैं। जिन्हें सत्य वचन बोलना चाहिए, वे झूठे प्रचारक बन गये हैं। जिन्हें भय का निवारण करना चाहिए, वे भय बांट रहे हैं। जिन्हें परोपकार करना चाहिए, वे अत्याचारी बन गए हैं। जिनका काम सरकार चलाना होना चाहिए, वे बुलडोजर चला रहे हैं।
भाजपा सरकार सामाजिक सौहार्द को खत्म कर बारूदी सुरंग बिछा रही
अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार सामाजिक सौहार्द को खत्म कर बारूदी सुरंग बिछा रही है। एनकाउंटर वाली सरकार का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसीलिए वे घबराये है। उनकी भाषा बदल गयी है। इतने घबराये हैं कि अधिकारियों को अपना पदाधिकारी समझ रहे हैं, लेकिन अधिकारी और सरकार के लोगों को शायद यह नहीं पता है कि जनता अब उनके साथ नहीं है। जनता भाजपा के खिलाफ है। जब जनता खिलाफ है, तो अधिकारी क्या करेगा। मुख्यमंत्री जी की भाषा कैसी हो गयी है और वे क्या-क्या बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में साधू संतो से पक्षपात किया जा रहा है। साधु-संतो के बीच झगड़े करवाये जा रहे हैं। वे कैसे योगी है।