Lucknow news : आगामी 16 दिसम्बर से शुरु हो रहे उत्तर प्रदेश विधानमण्डल के शीतकालीन सत्र के दौरान प्रदेश की योगी सरकार पर विपक्ष हमलावार रहेगा। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर सत्र के दौरान विधानसभा और विधान परिषद में कई मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बनायी है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से आगामी 18 दिसम्बर को विधानभवन घेरने की भी तैयारी की गयी है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने विश्ववार्ता से बातचीत में कहा कि प्रदेश की योगी सरकार इस बार के सत्र में अपना दूसरा अनुपूरक बजट लाने जा रही है। चालू वित्तीय वर्ष का यह दूसरा अनुपूरक बजट होगा, मगर पिछले अनुपूरक बजट के उपयोग के बारे में प्रदेश की जनता को आज तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है। अब फिर से अनुपूरक बजट लाया जा रहा है। जनता की गाढ़ी कमाई जो टैक्स के रूप में सरकारी खजाने को मिल रही है, उसके समुचित इस्तेमाल की जानकारी समय से जनता को दिया जाना प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। यह सरकार अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन ही नहीं कर रही।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकारें संविधान के अनुसार चलती हैं, मगर प्रदेश की इस सरकार का कोई विजन और कोई रोडमैप ही नहीं है। प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने में पूरी तरह नाकाम है। किसान भी परेशान हैं, वह आन्दोलन कर रहे हैं। इस बार समय से धान की खरीद नहीं हुई। जब किसानों को डीएपी खाद की जरूरत थी, तब उन्हें समय से खाद भी नहीं मिल सकी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा में संभल के घटनाक्रम का मुद्दा भी उठाएगी।
उधर, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी प्रोफेसर मनीष हिन्दवी ने बताया कि उनकी पार्टी प्रदेश सरकार की जनहित विरोधी नीतियों के खिलाफ आगामी 18 दिसम्बर को विधानभवन घेरेगी। उन्होंने बताया कि संभल के घटनाक्रम के अलावा बिजली के निजीकरण, किसानों को समय से उर्वरक नहीं मिलने, बेरोजगारी, महंगाई आदि मुद्दे उनके विधायक सदन में उठाएंगे।