Dharma-Karma, religious : आज यानी शुक्रवार को हिंदू पंचांग के अनुसार देव दीपावली यानी कार्तिक पूर्णिमा है। कार्तिक मास की पूर्णिमा। इस पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना जाता है। इसके अलावा भगवान शिव ने इस दिन त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसी के कारण इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के साथ-साथ दान करने से कई पुण्य प्राप्त होता है। दीपदान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शुभ मुहूर्त की रखिए जानकारी
पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर 2024 को सुबह 06 बजकर 19 मिनट से शुरू हो रही है। यह 16 नवंबर 2024 को सुबह 02 बजकर 58 मिनट पर इसका समाप्त होगी। स्नान-दान मुहूर्त – सुबह 04.58 – सुबह 5.51. सत्यनारायण पूजा – सुबह 06.44 – सुबह 10.44 बजे। पंचांग के अनुसार, 15 नवंबर को रात 11.39 से 16 नवंबर को 12 बजकर 33 मिनट तक लक्ष्मी जी की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
कल ही गुरु नानक जयंती भी
शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन विधिवत पूजा करने के साथ तुलसी पूजन और घर में दीपक जलाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन सिखों के गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था। इसी के कारण इस दिन गुरु नानक जयंती के रूप में भी मनाते हैं।