Bhopal News : खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए बुधवार, 18 सितम्बर का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन चन्द्रमा से जुड़ी दो खगोलीय घटनाएं दिखने जा रही हैं। सुबह 06 बज कर 11 मिनिट पर पश्चिम में अस्त होता हुआ चन्द्रमा कुछ मिनट के लिए उपछाया ग्रहण के साये में रहेगा, तो वहीं शाम को पूर्व में उदित होकर यह सुपरमून के रूप में ज्यादा बड़ा और चमकीला नजर आयेगा।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने सोमवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को देश एवं मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों में सुबह जब चन्द्रमा पश्चिम में अस्त होनेवाला होगा, तब वह कुछ मिनट के लिए वह उपछाया ग्रहण के साये में रहेगा। चन्द्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी के आ जाने से चन्द्रमा इस समय पृथ्वी की उपछाया वाले भाग में होगा, जिससे उसकी चमक में मामूली कमी आयेगी। खाली आंखों से देखने पर तो इसे महसूस नहीं किया जा सकता, लेकिन टेलीस्कोप से इसे देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के उज्जैन, देवास, इंदौर, रतलाम, धार, बड़वानी, झाबुआ, खरगौन, नीमच आदि जिलों में कुछ मिनट तक उपछाया चन्द्रग्रहण की यह खगोलीय घटना होगी। प्रदेश के बाकी भागों में सुबह सूर्य उदित हो जाने और चन्द्रमा के अस्त हो जाने से इसे नहीं देखा जा सकेगा।
सारिका ने बताया कि शाम को पूर्व में जब चन्द्रमा उदित होगा, तब पृथ्वी से इसकी दूरी कम होकर मात्र तीन लाख 57 हजार 286 किलोमीटर रह जायेगी। पृथ्वी के पास आ जाने के कारण चन्द्रमा अपेक्षाकृत बड़ा और अधिक चमकीला दिखेगा और सुपरमून कहलायेगा। खगोल विज्ञान में इसे कार्नमून तथा हार्वेस्ट मून भी नाम दिया गया है। इसे पूरे देश में देखा जा सकेगा।