• खूंटी जिला के तोरपा में आयोजित “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री
• खूंटी एवं सिमडेगा जिले को मिला 734 करोड़ 55 लाख रुपये की सौगात
• राज्य के भीतर बड़े पैमाने पर राइस प्रोसेसिंग उद्योग को दी है स्वीकृति
Ranchi News : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्ष 2021 में खूंटी की वीर भूमि उलिहातु से हमने “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम की शुरुआत की थी। आज हम सभी लोग इस कार्यक्रम के चौथे चरण में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने साल 2019 में हमें जो जिम्मेवारी दी है, उसका निर्वहन हम कर रहे हैं। आप सभी ने मुझे राज्य का मुख्य सेवक बनाया। वर्ष 2019 से लेकर अब तक कई चुनौतियां हमारी सरकार ने देखी है। सरकार गठन के कुछ ही दिनों बाद देश और दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने सबकुछ बंद करने पर मजबूर कर दिया। दो वर्ष हम सभी लोग राज्य के भीतर जीवन और जीविका बचाने में लगे रहे। राज्य सरकार के बेहतर प्रयास से कोरोना संक्रमण काल में राज्य में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु भूख से नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे याद है, आज भी वह दिन जब गांव की दीदियों ने संक्रमण काल में लोगों को खाना बना कर मुफ्त में भोजन कराने का काम किया, उसी समय मैंने संकल्प लिया था कि मैं राज्य की महिलाओं को हर हाल में सशक्त करूंगा। राज्य की नारी शक्ति को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करूंगा।’ उक्त बातें मुख्यमंत्री ने सोमवार को खूंटी जिला के तोरपा प्रखंड अंतर्गत एन.एच.पी.सी मैदान में आयोजित “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कहीं।
आपका स्नेह एवं आशीर्वाद हमें कार्य करने की देता है शक्ति
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने पहले भी कहा है और आज भी यह बात कह रहा हूं। वर्तमान राज्य सरकार गांव से चलने वाली सरकार है। आज राज्य सरकार के अधिकारी आपके द्वार पहुंच कर आपकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। आपको सरकार की योजनाओं से जोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के सभी वर्ग-समुदाय को उनका हक-अधिकार देने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से अपील की, कि आप सभी अपना हौसला बुलंद रखिए। आप मजबूती के साथ खड़े रहिए। आपका यह बेटा आपके सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। आप सिर्फ अपना आशीर्वाद हमें देते रहें, ताकि हम दिन-रात जनहित का काम करते रहें। आपका स्नेह और आशीर्वाद हमें कार्य करने की शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा देता है।
राज्य की नारी शक्ति को मिल रहा सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के लोग स्वाभिमानी होते हैं। यहां के लोगों ने हमेशा एकजुट रह कर राज्य के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य की महिलाओं को सम्मान व वृद्धजनों को बुढ़ापे की लाठी दी है। हमारी सरकार ने राज्य की नारी शक्ति को सम्मान के साथ-साथ आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” की शुरुआत की है। सभी वर्ग-समुदाय की महिलाओं को हमारी सरकार उनका हक-अधिकार दे रही है।”
केन्द्र से 01 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया राशि मिले, तो विकास कार्यों में और तेजी आयेगी
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा, “आज फिर एक बार राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार को पत्र लिख कर 01 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया राशि की मांग की गयी है। अगर केन्द्र सरकार यह बकाया राशि नहीं देती है, तो उसका ब्याज ही दे, ताकि राज्य सरकार द्वारा यहां की महिलाओं को सम्मान राशि के रूप में प्रतिमाह 02 हजार रुपये यानी सालाना 24 हजार रुपये भुगतान किये जा सकें।” मुख्यमंत्री ने कहा, “याद कीजिए, आज से चार वर्ष पहले पेंशन लेने के लिए लोगों को कितनी परेशानियों का सामना कर पड़ता था, लेकिन आज घर-घर जाकर लोगों को पेंशन और महिलाओं को सम्मान राशि से जोड़ने का कागज बनता है। अब हर घर में सम्मान और पेंशन राशि आती है। केन्द्र सरकार राज्य को बकाया राशि उपलब्ध करा दे, तो विकास के कार्यों को और गति मिलेगी।”
सरकारी पदाधिकारी घरों में पहुंच कर समस्याओं का कर रहे हैं समाधान
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार जनता के लिए है। यहां के पदाधिकारी-कर्मचारी को जो तनख्वाह मिलती है, वह आपकी सेवा के लिए मिलती है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अब सरकारी पदाधिकारी गांव जायेंगे और आपकी समस्या का समाधान करेंगे। कुछ वर्ष पहले तक आपने कभी सुना था कि कोई पदाधिकारी आपके गांव पहुंचते थे। आज परिस्थितियां बदली हैं। आज सरकारी पदाधिकारियों द्वारा समस्याओं का समाधान आपके द्वार पहुंच कर किया जा रहा है। यह कार्य अनवरत चलनेवाला है। आज हर पदाधिकारी “जोहार” बोल कर आपको सम्मान देता है। मैंने सुनिश्चित किया है कि झारखंडियों का अभिवादन “जोहार” से होगा।”
राज्य के भीतर बड़े पैमाने पर राइस प्रोसेसिंग उद्योग को दी है स्वीकृति
मुख्यमंत्री ने कहा कि काफी जद्दजोहद के बाद सरना धर्म कोड विधेयक विधानसभा से पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा, लेकिन दुर्भाग्य है कि केन्द्र सरकार की उदासीनता की वजह से यहां के आदिवासी समुदाय को सरना धर्म कोड की मान्यता अभी तक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार राज्य के भीतर बड़े पैमाने पर चावल बनाने के उद्योग को स्वीकृति दी है। बहुत जल्द धान खरीद की व्यवस्था को तेज करेंगे और जो हमारी फैक्ट्री बन रही है, इस फैक्ट्री से चावल बना कर राज्य के गरीबों के बीच वितरित किया जायेगा। हमारी सरकार यहां के लोगों को रोटी, कपड़ा, मकान उपलब्ध कराने के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य कर रही है। झारखंड देश का इकलौता राज्य है, जो यहां की युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजता है।”
आधी आबादी को मजबूत करने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने उपस्थित महिलाओं से कहा, “आप आधी आबादी हैं। आप लोगों को मजबूत करने का संकल्प हमने लिया है। “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” की दूसरी किस्त की राशि भी आपके खाते में पहुंच चुकी है। जितने भी पुराने बैंक खाते हैं और जो कार्य नहीं कर रहे हैं, ऐसे सभी खातों को चिह्नित कर जिलों के उपायुक्त इसे पुनः शुरू करायें, ताकि माता -बहनों के बैंक खाते में सम्मान राशि भेजी जा सके।
मुख्यमंत्री ने खूंटी एवं सिमडेगा जिले को दीं ये सौगातें
मुख्यमंत्री ने “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम में खूंटी एवं सिमडेगा जिले को कुल 73,454.146 लाख रुपये की सौगात दी। विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास एवं दोनों जिलों के 133,881 लाभुकों के बीच लगभग 148 करोड़ रुपये की परिसम्पत्तियों का वितरण किया। इसमें खूंटी जिला अंतर्गत 31,360.918 लाख रूपए की 154 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास शामिल है, जबकि सिमडेगा जिला अंतर्गत 42,093.228 लाख रुपये की 143 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानन्द भोक्ता, सांसद कालीचरण मुंडा, विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी, विधायक भूषण बाड़ा, जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र के अलावा खूंटी एवं सिमडेगा जिले के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे।