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दिल्ली चुनाव के रण में उतरे योगी, कहा- आप नेताओं के घरों से बांटे जाते हैं घुसपैठियों को आधार कार्ड

दिल्ली चुनाव के रण में उतरे योगी, कहा- आप नेताओं के घरों से बांटे जाते हैं घुसपैठियों को आधार कार्ड

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झूठ बोलने की मशीन आप से मुक्ति पाइए, दिल्ली में भी कमल खिलाइए

मैंने अपनी कैबिनेट साथ संगम स्नान किया, क्या केजरीवाल व उनकी टीम यमुना में लगा सकती है डुबकी

योगी ने किराड़ी से भाजपा प्रत्याशी बजरंग शुक्ला, करोलबाग से दुष्यंत गौतम व जनकपुरी से आशीष सूद के पक्ष में मांगे वोट

New Delhi news : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के रण में उतरे। यहां उनके निशाने पर आप संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल रहे। योगी ने दिल्ली में आप नेताओं के घरों से बांग्लादेशी घुसपैठियों को आधार कार्ड बांटे जाने का आरोप लगाते हुए कहा, इन लोगों ने दिल्ली के हर महत्वपूर्ण स्थलों पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया।

श्री योगी ने दिल्ली में  किराड़ी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बजरंग शुक्ला, करोल बाग से दुष्यंत गौतम व जनकपुरी से प्रत्याशी आशीष सूद के पक्ष में तीन चुनावी जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा, आम आदमी पार्टी के नेताओं के घर में आधार कार्ड बनाने की मशीन के जरिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को बांटे जाते हैं। इन लोगों ने हर महत्वपूर्ण स्थलों पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया। दो वर्ष पहले जामिया मिलिया व आसपास के क्षेत्रों में यूपी सरकार के सिंचाई विभाग की सैकड़ों एकड़ जमीन पर इनके विधायकों व पार्षदों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने का कार्य किया। मैंने दो-तीन बार बात करने का प्रयास किया, लेकिन जब इन लोगों ने जबर्दस्ती की तो मैंने उत्तर प्रदेश से बुलडोजर भेजकर अपनी सरकारी जमीन खाली करवाई और बैरिकेड करके यूपीपीएसी को तैनाती दी। हम यहां दिल्ली की जनता की सुविधा के लिए जमीन उपलब्ध कराएंगे, लेकिन विदेशी घुसपैठियों को एक इंच जमीन नहीं देंगे।

महाकुम्भ की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने केजरीवाल को निशाने पर रखा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, मुख्यमंत्री के रूप में मैंने अपने सभी मंत्रियों के साथ प्रयागराज संगम में स्नान किया, क्या आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी अपनी टीम के साथ यमुना जी में स्नान कर सकते हैं। यमुना मैया को गंदे नाले के रूप में बदलने का अपराध करने वाले को जनता की अदालत में माफी नहीं दी जानी चाहिए। योगी ने कहा, प्रयागराज में 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 23 जनवरी तक 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया। वहां शानदार सड़कें, बिजली, रेल व हवाई जहाज की बेहतर कनेक्टिविटी है। कहीं गंदगी नहीं मिलेगी। यूपी व केंद्र सरकार ने मिलकर महाकुम्भ के महाआयोजन में 7500 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन इससे यूपी की अर्थव्यवस्था में दो लाख करोड़ से अधिक की वृद्धि होने वाली है। लाखों नौजवानों के लिए रोजगार का सृजन होने वाला है।

मुख्यमंत्री योगी ने तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली की दुर्गति करने का सबसे बड़ा अपराधी अरविंद केजरीवाल नाम का ‘जीव’ है। एमडीएमसी के क्षेत्र को छोड़ दें, तो शेष दिल्ली में सड़क, सीवर, स्वच्छता व पेयजल की स्थिति बदतर है। पता नहीं चल रहा कि यहां सड़क पर गड्ढा है या गड्ढे में सड़क। कूड़ा, गंदगी का ढेर पड़ा है, सीवर सड़कों पर बह रहा है। पेयजल के भीषण संकट आने पर टैंकर माफिया हावी हो जाते हैं। दिल्ली सरकार के पाप के कारण मथुरा व वृंदावन के संतों-श्रद्धालुओं को दुर्दशा उठानी पड़ती है। जब भी मां यमुना की स्वच्छता की बात आई तो केजरीवाल एंड कंपनी ने सहयोग नहीं दिया।

योगी ने कहा कि इन लोगों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ किया। 2020 में दिल्ली के अंदर दंगे कराए गए। इसमें आम आदमी पार्टी के विधायकों व पार्षदों की संलिप्तता आई थी। शाहीनबाग में भी इन्होंने दंगा कराया। जिसने (केजरीवाल) अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा दिया, वह जनता-देश को भी धोखा दे रहा है। केजरीवाल समेत कई मंत्रियों को जेल जाना पड़ा।

मुख्यमंत्री ने कहा, आप के नेता झूठ बोलने के एटीएम हैं। यह सभी सुबह होते ही सोशल मीडिया पर झूठे पोस्ट, झूठी फिल्मों का प्रदर्शन, झूठे वक्तव्य देते हैं। आप के नेता जितना समय झूठ बोलने में लगाते हैं, उतना यदि जनसुविधा व विकास के बारे में सोचते, तो दस वर्ष में दिल्ली बदल गई होती। केजरीवाल भाषणों में उत्तर प्रदेश की चर्चा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें जानना चाहिए कि लोग उत्तर प्रदेश को अब मॉडल के रूप में देख रहे हैं। दिल्ली में ओखला औद्यगिक क्षेत्र हैं, लेकिन दस वर्ष में यहां उद्योग न के बराबर लगे। उत्तर प्रदेश के न्यू ओखला के रूप में नोएडा की तस्वीर सबके सामने है। दिल्ली और नोएडा, गाजियाबाद की सड़कों में जमीन-आसमान का अंतर नजर आएगा। दिल्ली से पलायन करके लोग नोएडा व ग्रेटर नोएडा में बस रहे हैं। यूपी के शिक्षण संस्थानों, मेडिकल कॉलेज व दिल्ली सरकार के जर्जर स्कूली भवनों को देखें, हकीकत पता चल जाएगी।

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