Thailand (थाईलैंड) से एक अजीबोगरीब (Amazing) खबर की जानकारी इंटरनेशनल मीडिया से मिली है। यहां एक 72 साल के बूढ़े आदमी ने अपनी मृत (dead) पत्नी के पार्थिव शरीर को 21 साल तक अपने घर में सहेज कर रखा। बीवी से बेशुमार प्यार करने वाले थाईलैंड के चार्न जनवाचकाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि उनकी पत्नी एक दिन जरूर बोलेगी। इस बात की खबर लगी तो आसपास के लोगों और स्थानीय प्रशासन ने चार्न को खूब समझाया, तब जाके बुजुर्ग ने अपनी पत्नी के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी।
अंतिम विदाई के समय भावुक हुए लोग
लोग तब भावुक हो गए, जब अंतिम विदाई के दौरान चार्न जनवाचकाल ने पत्नी के कॉफिन के करीब जाकर कहा- मुझे मालूम है कि तुम कुछ वक्त के लिए ही कहीं जा रही हो। मुझे उम्मीद है कि तुम बहुत जल्द अपने इस घर लौटोगी। हैरानी की बात यह है कि चार्न जनवाचकाल नाम के इस बुजुर्ग ने कई साल तक आसपास के लोगों को पता ही नहीं लगने दिया कि उनकी पत्नी का निधन हो चुका है।
ताबूत में बंद कर रखा था पार्थिव शरीर
बता दें कि बैंकॉक के करीब बांग खेन जिले के रहने वाले चार्न जनवाचकाल को पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए बैंकॉक के एक फाउंडेशन ने तैयार किया। 72 साल के बुजुर्ग ने अपनी पत्नी का पार्थिव शरीर एक ताबूत में बंद करके रखा था। हैरानी की बात यह है कि चार्न के घर में बिजली नहीं है, इसके बावजूद उन्होंने 21 साल तक लाश सहेज कर कैसे रखी, यह रहस्य ही है।
बनवा रखा था डेथ सर्टिफिकेट
जिस घर में बुजुर्ग ने अपनी पत्नी के शव को सहेज कर रखा था वहां केवल एक ही कमरा था। चार्न के घर के आस-पास घना जंगल है। वह जहां सोते थे,उसके करीब ही उन्होंने अपनी पत्नी के पार्थिव शरीर को सुरक्षित रखा था। हालांकि थाईलैंड के इस बुजुर्ग ने अपनी पत्नी का डेथ सर्टिफिकेट बनवा रखा था। इसलिए, उनके खिलाफ धोखाधड़ी या मौत छिपाने का किसी भी तरह का मामला दर्ज नहीं किया गया है।