Germany , international news, kenna medical company : एक कंपनी को ‘व्यावसायिक धूम्रपानकर्ताओं’ की जरूरत है। इस विचित्र कार्य के लिए उच्च सैलरी भी प्रस्तावित की जा रही है। नौकरी के लिए निकाले गए विज्ञापन के अनुसार आपको सिर्फ गांजा फूंकना होगा और इसकी गुणवत्ता का मूल्यांकन करना होगा। इसके परिणामस्वरूप, आपको 88 लाख रुपये वेतन दिया जाएगा। द सन की रिपोर्ट के अनुसार यह प्रस्ताव जर्मनी की कैनना मेडिकल कंपनी द्वारा दिया गया है। इसे ‘कैनाबिस सोमेलियर’ पद के लिए लोगों की जरूरत है। कंपनी एक ऐसे कर्मचारी की खोज में है जो पेशेवर तरीके से उनके उत्पादों की गुणवत्ता की जांच कर सके। सीधे शब्दों में कहें तो कंपनी ‘वीड एक्सपर्ट’ की तलाश कर रही है।
भांग को दवाई के तौर पर बेचती है यह कंपनी
यह कंपनी एक ऐसी कंपनी है जो भांग को दवाई के तौर पर विक्रय करती है। उनका मुख्य लक्ष्य उनके उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए ऐसे लोगों को ढूंढना है जो उनके उत्पादों को देख सकें, महसूस सकें और उन्हें धूम्रपान कर सकें। कंपनी दावा करती है कि वे अपने उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए “वीड एक्सपर्ट” ढूंढ़ रही है। इसके लिए वह सालाना 88 लाख रुपये वेतन देने का प्रस्ताव दे रही है।
उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करनी होगी
इस बारे में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), डेविड हेन्न, ने कहा है कि हम ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं जो ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, पुर्तगाल, मैसेडोनिया और डेनमार्क से हमारे उत्पादकों के मानकों की निगरानी कर सके। उसे जर्मनी में डिलीवर किए गए उत्पाद की गुणवत्ता भी जांचनी होगी। दरअसल, कंपनी भांग को दवाई के तौर पर बेचती है।
इसके लिए वह ऐसे लोगों की तलाश कर रहे हैं जो उनके उत्पाद की गुणवत्ता जांचने के लिए उसे सूंघ सकें, जांच सकें और धूम्रपान कर सकें। कंपनी का दावा है कि वह अपने उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ‘वीड एक्सपर्ट’ की तलाश कर रही है। इसके लिए 88 लाख रुपये (वार्षिक) वेतन की पेशकश की गई है।
आवेदन करने वाला व्यक्ति भांग का रोगी होना चाहिए
इस नौकरी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को “भांग का रोगी” होना चाहिए। साथ ही उसके पास जर्मनी में कानूनी रूप से मारिजुआना सेवन करने का लाइसेंस भी होना चाहिए। वर्तमान में इस नौकरी के लिए लोगों की भीड़ शुरू हो गई है। यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि पिछले साल ही जर्मनी में भांग पीने को कानूनी मान्यता मिली है। लेकिन इसका उपयोग सिर्फ चिकित्सा के लिए ही किया जा सकता है। 30 ग्राम तक गांजा रखना अपराध की परिधि से बाहर है। हालांकि, इससे अधिक मात्रा में होने पर कार्रवाई की जा सकती है। इसका उपयोग करने की अनुमति केवल वयस्कों को है।