Old is not Only Gold, Every Unique is also Gold : अब यह कहना काफी नहीं रह गया है कि ओल्ड इज गोल्ड। अब तो हर यूनिक चीज को गोल्ड बनाया जा सकता है। जो यूनिक है, वह कीमती है। इसका उदाहरण 15 साल पुराना एक फोन है। नीलामी में इसकी कीमत ₹32 लाख लगाई गई है। जी हां, इस फोन को इसकी ऑरिजनल कीमत के मुकाबले कई गुना अधिक पर खरीदा गया है। अब जानिए इस फोन की पूरी डिटेल।
2007 का मॉडल
2007 के आईफोन के ओजी वर्जन को इसकी मूल कीमत से 60 गुना से अधिक की राशि पर नीलाम किया गया है। इसके ऑरिजिनल प्राइज के मुकाबले इतनी अधिक कीमत इसे एक बेशकीमती कलेक्टिबल बनाता है। एक बिना खुला फोन है, जो एक शानदार कंडीशन में है। इसमें दो मेगापिक्सेल का कैमरा, 4/8 जीबी का स्टोरेज, एक इनोवेटिव टच स्क्रीन और एक वेब ब्राउज़र है। जब इसे पहली बार रिलीज किया गया था, तो इसकी कीमत 499 डॉलर से 599 डॉलर थी। भारतीय मुद्रा में यह रकम आज के हिसाब से 41063 रु से 49293 रु तक है।
कितने में हुआ नीलाम
तीन दिन पहले यूएस-आधारित एलसीजी नीलामी द्वारा इस फोन के मॉडल के पहले-रिलीज़ एग्जामल को 39,339.60 डॉलर में नीलाम किया गया, जो कि भारतीय मुद्रा में यह रकम 32 लाख रु से अधिक होती है। ऑक्शन हाउस ने कहा कि फोन बिना किसी गड़बड़ वाला है। ये बिल्कुल नया और कभी एक्टिव नहीं हुआ है। कहा गया है कि इससे बेहतर प्रोडक्ट खोजने के लिए कलेक्टरों और निवेशकों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
कब आया आईफोन
आईफोन को पहली बार 2007 में ऐप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स द्वारा किसी अन्य मॉडल से आगे ‘क्रांतिकारी और जादुई उत्पाद’ के रूप में पेश किया गया था। जॉब्स ने कहा था कि फोन यूजर्स को माउस के बाद से सबसे क्रांतिकारी इंटरफेस प्रदान करेंगे। ये फोन अन्य मॉडलों के लिए बेंचमार्क बनकर ट्रांसफॉर्मेटिव फॉर्स साबित हुए।