Bihar News : बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी की चर्चा खूब होती है। भले इसकी नीति में कुछ संशोधन किया गया है, लेकिन शराब के प्रति नीतीश कुमार की सोच को समाज हित में ही देखा जाता है। उधर, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘हम’ प्रमुख जीतन राम मांझी ने लोगों को रात दस बजे के बाद थोड़ी-थोड़ी शराब पीने की सलाह दी है। 22 जुलाई को को कैमूर में उन्होंने कहा, “दवा के रूप में थोड़ी-थोड़ी शराब लेना गलत नहीं है। मैंने अखबार में विशेषज्ञों की राय पढ़ी थी, जिसमें लिखा था कि व्यसन के रूप में शराब का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
दवा है दो पैग शराब
मांझी ने कहा कि दो पैग शराब दवा की तरह काम करती है। रात 10:00 बजे के बाद दो पैग शराब पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।” आगे उन्होंने कहा, “गरीब गुरबों को बड़े लोगों की नकल करनी चाहिए। जिस तरह अमीर लोग रात के 11-12 बजे के बाद शराब पीकर सो जाते हैं,ठीक उसी तरह गरीब लोगों को भी करना चाहिए।”
‘मेरे विरोध के बाद हुआ नीति में संशोधन’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने सरकार के सख्त शराब नीति का पुरजोर तरीके से विरोध किया। इसका नतीजा रहा कि सरकार ने शराबबंदी कानून में तीन मर्तबा संशोधन किया। सख्त कानून के बारे में मुझे पुख्ता प्रमाण तब मिला जब एक मजदूर शराब पीकर सड़क के किनारे बैठा था, तभी पुलिस ब्रेथ एनालाइजर मशीन से उसकी जांच की उसे जेल भेज दी। अब उसे 7 साल की सजा हुई है।” शराब नीति संशोधन के सवाल पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि हम लोगों की मांग पर तीन संशोधन हुए हैं। जरूरत पड़ी तो शराब नीति में पुनः संशोधन कराया जाएगा।