Bihar news, Munger news, Bihar crime news, Munger crime news, 8 years old serial killer: अमरजीत साडा को बिहार के एक सीरियल किलर के रूप में जाना जाता है। वास्तव में, यह एक चौंकाने वाली कहानी है कि एक बच्चे ने 8 वर्ष की उम्र में ही ऐसे घोर अपराध किए हैं। अमरजीत साडा का जन्म 1998 में बिहार के एक छोटे से गांव में हुआ था। अमरजीत के अपराधों की शुरुआत 2006 में हुई, जब वह सिर्फ 8 साल का था। उसने 8 साल की उम्र में ही तीन लोगों की हत्या कर दी थी। नाबालिग अमरजीत साडा का दिमाग किसी शैतान से कम नहीं है।
8 महीने की बहन और 6 महीने की बच्ची को मार डाला
यह बच्चा बिहार के मुंगेर जिले का है। इसका नाम अमरजीत साडा है। उसने सिर्फ आठ साल की आयु में ही तीन मर्डर कर दिए थे। उसके द्वारा की गई हत्याओं के बाद पुलिस के होश भी ठिकाने लग गए थे। अमरजीत ने जिन तीन व्यक्तियों की हत्या की थी, उसमें दो उसके परिवार के सदस्य थे। उनमें से एक की आयु सिर्फ़ 6 साल थी, जबकि दूसरी उसकी अपनी 8 महीने की छोटी बहन थी। इन दोनों के अतिरिक्त, उसने अपने पड़ोसी की 6 महीने की बच्ची की भी हत्या की थी।
मौत के पहले की तकलीफ देखकर उसे आता है मजा
बच्चे के खुलासे ने बिहार ही नहीं, पूरा देश को हिला दिया था। यह भयानक घटना 2006 से 2007 के बीच में हुई थी, जब अमरजीत साडा 8 साल का था, निर्दयता से तीन लोगों की हत्या कर चुका था। इस घटना के बाद अमरजीत का नाम देश के सबसे कम उम्र के सीरियल किलर्स की सूची में शामिल हो गया। जब बिहार पुलिस ने इस बच्चे को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की तो उसके द्वारा किए गए खुलासे ने पूरे देश को चौंका दिया। उस दौरान अमरजीत ने पुलिस को बताया कि उसे हत्या करने में मजा आता है। उसे लोगों को मरते देखने और खून देखने में आनंद मिलता है। विशेष रूप से जब मैं उन्हें मारता हूं और बच्चियों की चीख सुनता हूं तो यह मुझे अद्भुत लगता है। इसलिए उसने तीन लोगों की हत्या की थी। बच्चे के खुलासे ने के बाद हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
18 साल तक उसे बाल गृह में रखा गया
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि अमरजीत साड़ा को गिरफ्तार किए जाने का कोई पछतावा नहीं था। यह बताया गया कि बच्चे के परिवार के सदस्यों को उसकी हत्याओं की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने पुलिस को शिकायत नहीं की क्योंकि मामला परिवारिक था। पुलिस ने बताया था कि सभी हत्याओं का तरीका एक समान था। भारतीय कानून के अनुसार हत्या करने वाले को मौत की सजा मिलती है। हालांकि, अमरजीत उस समय बहुत छोटा था। इसलिए उसे मुंगेर शहर के एक बाल गृह में रखा गया था। जब वह 18 साल का हो गया तो उसे साल 2016 में बाल गृह से मुक्त कर दिया गया। वर्तमान में उसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।