Andhra Pradesh news: आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में एक मजेदार वाकया प्रकाश में आया है। यहां पर एक व्यक्ति को जब घर जाने के लिए रात में कोई भी साधन नहीं मिला तो उसने सरकारी बस को ही चुरा लिया। और उसे चलाकर घर पहुंच गया। इधर सरकारी बस चोरी होने की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले की खोजबीन कर बस को लावारिस हालत में बरामद कर लिया। जांच पड़ताल करते हुए पुलिस बस चोरी करने वाले शख्स तक पहुंच गई। अंततः पुलिस ने बस चोरी करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब गिरफ्तार किए गए शख्स का रिकॉर्ड खंगाला तो उसका कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला।
बस चोरी करना नहीं, घर पहुंचना था मकसद
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार शख्स ने बताया कि वहां नशे में था और रात का समय हो गया था। घर जाने के लिए रात में इधर उधर बहुत भटका लेकिन कोई साधन ही नहीं मिला। अंततः वह सरकारी बस को चलाकर अपने घर पहुंच गया और बस को अपने घर के पास ही खड़ा कर दिया। उसने बताया कि उसका मकसद बस चोरी करना नहीं था, बल्कि घर पहुंचना था। नशे में होने के कारण उससे यह गलती हो गई। बताते चलें कि आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) के पलकोंडा डिपो से संबंधित बस गायब हो गई थी। पुलिस ने चोरी की प्राथमिक दर्ज करके सीसीटीवी फुटेज चेक किया। बस की तलाश शुरू की और कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने बस को कांडीसा गांव से बरामद कर लिया।
विद्यार्थियों को पहुंचाने के बाद चालक ने थाने के सामने खड़ी कर दी थी बस
पुलिस ने बताया कि स्टैंड से बस ले जाने वाले शख्स ने बस को सोमवार की रात वंगारा मंडल मुख्यालय में पार्क की थी। उसके बाद वह अपने घर सोने चला गया था। पुलिस के अनुसार बस राजम से गांव आई थी। बस चालक विद्यार्थियों को छोड़ने के बाद चालक पीला बुज्जी वंगारा थाने के सामने बस लगा दी थी। लेकिन अगले दिन सुबह बस वहां से गायब थी। इसके बाद बस चालक ने डिपो अधिकारियों को सूचना दी। अपने स्तर पर खोजबीन के बाद जब बस का कोई अता पता नहीं लगा तो थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।
चोरी करने वाले शख्स तक ऐसे पहुंची पुलिस
घंटों खोजबीन के बाद उन्हें सूचना मिली कि बस रेजीडी अमाडलवालासा मंडल (ब्लॉक) के मीसाला दोलापेटा में लावारिस हालत में खड़ी है। वंगारा से पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे और उंगलियों के निशान लेने और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बस को वंगारा ले आए। कुछ संदिग्धों से पुलिस ने पूछताछ की। पूछताछ के दौरान चौधरी सुरेश ने कबूल किया कि उसने बस चोरी की थी। सुरेश ने पुलिस को बताया कि राजम से वह दूसरी बस से वंगारा आया था। यहां पहुंचने में उसे रात हो गई थी। वह बहुत देर तक खड़ा रहा, परंतु उसे अपने गांव पहुंचने के लिए कोई साधन नहीं मिला। इस बीच उसे थाने के सामने एक बस खड़ी मिली। वह बस में सवार होकर अपने गांव पहुंच गया।