UP News Update, Lucknow, Wife Saved Husband Life By Donating Part Of Liver : आज के समय में ऐसी पत्नी ही महान कहलाएगी। सामान्य रूप से मेडिकल साइंस में लिवर ट्रांसप्लांटेशन सर्वाधिक कठिन है। उत्तर प्रदेश में देवरिया की एक पत्नी जीवन और मौत से जूझ रहे अपने पति को बचाने के लिए अपने लिवर के एक हिस्से को डोनेट करने के लिए तैयार हो गई और पति की जिंदगी बच गई। चंद दिन पहले देवरिया के रहने वाले दंपती राकेश सिंह (46) और ममता सिंह (38) का किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांट हुआ। दोनों की स्थिति ठीक है।
डॉक्टरों ने 10 घंटे तक की सर्जरी
केजीएमयू के वाइस चांसलर बिपिन पुरी की देखरेख में सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने 10 घंटे तक सर्जरी की। राकेश 9 मार्च को केजीएमयू के सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में त्वचा और आंखों में पीलापन लेकर आए थे। उन्हें लिवर के आसपास दर्द भी था और कमर के ऊपर की त्वचा पर छोटी लाल रेखाएं दिखाई दे रही थीं।
जांच करने पर पता चला कि शराब के सेवन के कारण उन्हें लिवर सिरोसिस हो गया है।
40 से अधिक डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम ने क्या अथक प्रयास
सर्जरी करने वाले सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अभिजीत चंद्रा ने बताया कि परिवार को राकेश का जीवन बचाने के लिए लिवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी गई। ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट के काउंसलर पीयूष श्रीवास्तव ने कहा कि परिवार को बताया गया था कि अगर लिवर का एक हिस्सा दान किया जाता है, तो कुछ हफ्तों में वह वापस सामान्य आकार में आ जाएगा। राकेश की पत्नी ममता पति के लिए लिवर दान करने के लिए तैयार हो गईं। 40 से अधिक डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम ने सर्जरी के लिए अथक प्रयास किया।