बिहार के बेगूसराय जिला अंतर्गत छौड़ाही प्रखंड की एकंबा पंचायत के सरपंच पुत्र को रात के अंधेरे में प्रेमिका से मिलना बहुत भारी पड़ गया। क्योंकि दोनों को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ कर मंदिर में शादी करवा दी। घटना समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र स्थित शकरपुरा गांव की है।
प्रेमिका से मिलने आधी रात को पहुंचा उसके घर
जानकारी के अनुसार प्रेमिका करिश्मा के पिता परदेस में रहकर मजदूरी करते हैं। इसलिए करिश्मा शकरपुरा में अपने चाचा-चाची की देखरेख में रहती है। लगभग दो महीने पहले एकंबा पंचायत के सरपंच शेखाटोला निवासी तेतर सहनी के पुत्र पप्पू कुमार और करिश्मा की मुलाकात गढ़पुरा के हरिगिरि धाम मंदिर परिसर में हुई थी। वहां दोनों में बातचीत हुई और इस क्रम में एक- दूसरे का दोनों में नंबर ले लिया। इस दौरान फोन पर बातचीत होते-होते दोनों में प्रेम इतना बढ़ गया कि दोनों साथ साथ जीने और मरने की कसमें खाने लगे। इस बीच सरपंच के पुत्र पप्पू का इश्क परवान चढ़ा और वह प्रेमिका से मिलने उसके घर शकरपुरा बुधवार की आधी रात में पहुंच गया। इसकी भनक लगते हैं स्थानीय ग्रामीणों ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया तथा प्रेमी की पिटाई कर दी। पिटाई के बाद ग्रामीणों ने जबरन प्रेमी-प्रेमिका की शादी मंदिर में करवा दी।
बेटे-बहू को घर नहीं लाने पर अड़ा है सरपंच
जानकारी मिलने के बाद सरपंच अपने ग्रामीण के साथ वहां पहुंचा और पुत्र को वापस लाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उसे निराश लौटना पड़ा। इसके बाद सरपंच ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर हसनपुर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो मंदिर में लोगों की काफी भीड़ जुटी हुई थी। लोगों ने जब सही जानकारी दी तो पुलिस को वापस लौटना पड़ा। फिलहाल सरपंच अपने पुत्र और पुत्रवधू को घर नहीं लाने की बात पर अड़ा हुआ हैं। फिलहाल दोनों गांव के अभिभावकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।