Jogi, who returned after 22 years, was considered by the family as Pinku but he turned out to be a vicious thug Nafees of Gonda, if the secret is revealed.., Amethi news, UP news,National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : जायस के खरौली गांव में आए जोगी को 22 साल से लापता बेटा पिंकू समझकर परिवार वाले काफी खुश थे। अमेठी के जायस इलाके की यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गयी थी। पर जैसे ही इस मामले में फिल्मी कहानी की तरह नया मोड़ आया वैसे पूरा परिदृश्य ही बदल गया । घटना के मुताबिक जोगी बनकर जायस के खरौली गांव पहुंचा। युवक खुद को अरुण कुमार उर्फ पिंकू सिंह बताने लगा। परिजन भी 22 साल से लापता अपने बेटे को पाकर काफी खुश थे। उस जोगी ने परिवार के बीच ऐसा प्रभाव जमाया की परिजन उसे भेष छोड़कर घर मे ही रहने के लिए मनाने लगे। परिजन इसके लिए लाखों रुपए खर्च करने को भी तैयार हो गए थे। पर जैसे ही गांव वालों को आभास हुआ कि यह कोई और है, उसके बाद वे लोग छानबीन में जुट गए। छानबीन के बाद अब जाकर पता चला है कि वह पिंकू नहीं गोंडा का शातिर ठग नफीस है। उसके खिलाफ गोंडा समेत कई जिलों में पहले से आपराधिक मामला दर्ज हैं। मामलें के पकड़ में आने के बाद अमेठी की पुलिस ने भी उसके खिलाफ अब केस दर्ज कर लिया है।
पहले जानिए क्या है पूरा मामला
आज से 22 साल पहले अमेठी के खरौली गांव के रतिपाल का 11 वर्षीय बेटा घर से लापता हो गया था। रतिपाल और उनके परिजनों ने उसे ढूंढा लेकिन उसका पता नहीं चल सका। इस बीच अभी 15 दिन पहले साधुओं की टीम गाँव आया जो लोगों को गाना सुनाकर भीख मांग रहा था। उसके गाँव के किसी व्यक्ति ने रतिपाल को बताया कि जोगी का चेहरा उनके लापता बेटे की तरह लग रहा है। रतिपाल ने भी उसे अपना बेटा मानकर उसे अपने घर लेकर आए। परिजनों ने जोगी को ध्यान से देखा और अपना बेटा माना। उसे अब घर ही रहने के लिए मनाने लगे। जब इस बात की जानकारी मिली तब गाँव एवं आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल होने लगा। जोगी भी घर के सामने बैठ कर भजन करने लगा। इस दौरान हाई वोल्टेज ड्रामा चालू हो गया। एक तरफ घर वाले उसे दोबारा गांव नहीं छोड़ने के लिए मनाने लगे तो दूसरी तरफ जोगी अपने मठ में जाने पर अड़ा रहा। जोगी को रोकने के लिए मां और बुआ काफी याचना करने लगे, इस बीच उनका रोते हुए वीडियो भी वायरल होने लगा। इस बीच इसके फर्जी होने के तरफ किसी का ध्यान ही नहीं गया, परंतु उसके हावभाव को लेकर जब संदेह हुआ तब छानबीन में उसके फर्जी होने की पुष्टि हुई। वह पूर्व में भी कुछ जगहों में इस तरह का कारनामा पहले भी कर चुका है।