Success Reveal Sincerity, Diligence & Devotion, Passion Makes Success As Milestone : कामयाबी चाहे जिस क्षेत्र की हो, मेहनत, लगन और अनुराग की ओर संकेत करती है। हम पूजा और भक्ति भगवान करते हैं, लेकिन अगर यह मान लें कि कर्म ही पूजा है, तो कर्म की परिणति तो कामयाबी में होगी ही। अगर कोई महिला इस पर खरी उतरती है तो उसके संघर्ष की दिशा तो कुछ और अलग ढंग की कहानी कहती है। आप सभी जानते हैं कि आज भारत की महिलाएं लगभग सभी तरह की बेड़ियों से आजाद होकर हर क्षेत्र में नई उड़ानें भर रही हैं और कामयाबी भी एक से बढ़कर एक हासिल कर रही हैं। आज एक ऐसा ही उदाहरण हम आपके सामने रख रहे हैं कि कैसे एक महिला ने 300 रुपए से खड़ी कर दी 35 करोड़ की कंपनी। इस महिला का नाम है चिनू काला। संघर्ष के रास्ते पर चलते हुए कभी हार नहीं मानी इसलिए चिनू की कामयाबी अन्य युवतियों और महिलाओं के लिए एक माइल स्टोन है।
पारिवारिक अनबन के कारण 15 साल की उम्र में छोड़ दिया घर
जानकारी के अनुसार, पारिवारिक अनबन के कारण 15 साल की उम्र में चिनू काला एक बैग में दो जोड़े कपडे और हाथ में 300 रुपये लेकर निकल गईं। मुंबई स्थित घर से निकलकर दो से तीन दिन भटकने के बाद उन्होंने डॉर्मिट्री में सोने के लिए जगह ली, जहां रोज के उन्हें 20 रुपये देने होते थे। अब खुद के खर्च के लिए एक नौकरी की जरूरत थी। नौकरी मिलना इतना आसान नहीं था। कुछ दिन भटकने के बाद उन्हें काम मिला, वो था घर-घर जाकर चाकू और छुरियां बेचना। पूरे दिन की मेहनत के बाद भी उनके हाथ केवल 50-60 रुपये ही लगते थे। लेकिन, चिनू ने हार नहीं मानी और काम पूरे मन से किया। परिणाम उन्हें एक साल बाद मिला। अब उन्हें प्रमोशन मिला। उन्हें लड़कियों को ट्रेनिंग देने का काम दिया गया। उन्हें सुपरवाइजर बना दिया गया, जिससे वेतन में भी वृद्धि मिली।
साल 2004 में कर ली शादी
चिनू के पास कोई डिग्री नहीं थी। कम उम्र से ही उन्होंने मेहनत करना शुरू कर दिया था। वह कुछ बड़ा करना चाहती थीं। उन्होंने रेस्टोरेंट में वेटर्स की नौकरी भी की, जहां तीन साल काम करने के बाद उन्होंने कुछ पैसे जोड़ लिये। साल 2004 में उन्होंने अमित काला नाम के व्यक्ति से शादी की। शादी के बाद वे बेंगलुरु शिफ्ट हो गए। इसके दो साल बाद उन्होंने Gladrags Mrs. India में हिस्सा लेकर टॉप 10 फ़ाइनलिस्ट्स में जगह बना ली। यही से उन्हें अपना काम शुरू करने की प्रेरणा मिली।
इस प्रकार शुरू की अपनी इंडिपेंडेंट कंपनी
Fonte Corporate Solutions के नाम से चिनू ने मर्चैंडाइज़िंग कंपनी शुरू की। इसी बिजनेस के दौरान उन्हें लगा कि भारत में इंडियन ज्वेलरी इंडस्ट्री की बहुत डिमांड है। इसीलिए उन्होंने Fonte Corporate Solutions पर ताला लगाकर रूबान्स एक्सेसरीज की शुरुआत की। इसमें उन्होंने अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी। नई डिजाइन और उपभोक्ता की पसंद को समझने के कारण उन्हें केवल 6 महीने में बड़े मॉल में एंट्री मिल गई। इसके बाद उन्हें लगातार सफलता मिलती चली गई और आज उन्होंने अब काबिलियत के दम पर 35 करोड़ की कंपनी बना ली।