Depression Jo Na Kara de, pahle patni aur bacchon ki hatya ki, FIR fansi lagakar khud so Gaya maut ke nind, national news, Uttar Pradesh news, Raebareli news : डिप्रेशन बहुत खराब बीमारी है। यह आज के समय की एक बहुत बड़ी समस्या बन गयी है। कितना भी पॉजिटिव रहनेवाला इंसान क्यों न हो, जिस तरह की आजकल की लाइफस्टाइल है, वह व्यापक स्तर पर इंसान के लिए खतरनाक होती जा रही है। उत्तर प्रदेश की रायबरेली में एक 45 वर्षीय नेत्र विशेषज्ञ ने अपनी पत्नी और दो नाबालिग बच्चों की हत्या करने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतकों की पहचान डॉ. अरुण कुमार सिंह, उनकी पत्नी, 40 वर्षीय अर्चना और उनके बच्चों 13 वर्षीय अरीबा और 04 वर्षीय अरव के रूप में की है। मिर्ज़ापुर के मूल निवासी डॉ. सिंह 2017 से रायबरेली में रेल कोच फैक्ट्री के एक अस्पताल में काम करते थे।
डॉक्टर के सहकर्मियों ने बंद घर का दरवाजा तोड़ा
डॉ. सिंह के सहकर्मियों ने बंद घर का दरवाजा तोड़ा, तो पाया कि पीड़ित अपने घर के अंदर मृत पड़े थे। रविवार से परिवार को बाहर न देख कर पड़ोसियों को चिन्ता हुई। पुलिस ने कहा कि प्रारम्भिक जांच से पता चलता है कि डॉ. सिंह सिंह अवसाद से जूझ रहे थे। उन्हें संदेह है कि उसने अपने परिवार के सदस्यों को घातक चोटें पहुंचाने के लिए किसी कुंद वस्तु, सम्भवतः हथौड़े का इस्तेमाल किया।
डॉक्टर के शरीर पर कटे के निशान भी पाये गये
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा। पुलिस को मौके से जो सबूत मिले हैं, उनसे पता चलता है कि डॉ. सिंह ने खुद को और अपने बच्चों को इंजेक्शन लगाया होगा। उन्हें संदेह है कि हत्या से पहले बच्चों को बेहोश करने की दवा दी गयी थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि डॉक्टर के शरीर पर कटे के निशान भी पाये गये हैं। उन्होंने अधिक जानकारी जुटाने के लिए जांच शुरू कर दी है।