West Bengal news : पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर जिला के महिषादल थाना अंतर्गत गोपालपुर गांव से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। यहां के निवासी सुखदेव चक्रवर्ती पर अपनी ही नाबालिग बेटी को पैसे के लिए कोठे पर बेच दिया है। यह मामला उजागर होने के बाद आरोपी पिता गिरफ्तारी से बचने के लिए अभियुक्त फरार हो गया है। फरार अभियुक्त का नाम शुकदेव चक्रवर्ती है। मिली जानकारी के अनुसार शुकदेव चक्रवर्ती ने रंगीबसान के यौनपल्ली में रहने वाली एक महिला के हाथों अपनी उस नाबालिग बेटी को एक अगस्त को बेच दिया था। बाद में परिजनों की सक्रियता और स्थानीय पंचायत की तत्परता से 3 दिनों के बाद उस नाबालिग को रेड लाइट क्षेत्र से बरामद कर लिया गया।
नशे की लत थी नाबालिग के पिता को
इस मामले में फरार चक्रवर्ती की पत्नी मौसमी चक्रवर्ती ने कहा कि उसके पति को नशे की लत है। नशे के लिए उसने कई लोगों से कर्ज ले रखा है। बेटी को किसी बड़े घर में रख कर बेहतर शिक्षा दिलाने और पालन पोषण कराने की बात कहकर उसका पति एक अगस्त को नाबालिग बेटी को अपने साथ ले गया था। परंतु बाद में जानकारी मिली कि उसने अपनी बेटी को यौनपल्ली में दलाल के हाथों बेच दिया है। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी को बचाने के लिए स्थानीय पंचायत में गुहार लगाई।
नाबालिग के पिता पर एफआईआर दर्ज
जब यह मामला पंचायत में पहुंचा तो पंचायत ने तत्परता दिखाते हुए महज 3 दिन में ही दलदल से नाबालिग को बचा लिया। इस बाबत स्थानीय पंचायत सदस्य सुखेंदु दास ने कहा कि एक व्यक्ति द्वारा अपनी ही नाबालिग बेटी को यौनपल्ली में बेच दिए जाने की बात का पता चलते ही उनलोगों ने वहां जाकर उसे छुड़ा लिया है। इधर, इस घटना को लेकर परिजनों की ओर से थाने में नाबालिक के पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गयी है। स्थानीय ब्लॉक के बीडीओ योगेश चंद्र ने कहा कि अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोशिश कर रही है। उसकी नाबालिग बेटी को किसी होम में रखने का इंतजाम प्रशासन की ओर से किया जा रहा है।