टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन गत 5 वर्षों से जिस मकान में किराए पर रह रहे थे, अब वह उसके मालिक बन गए हैं। उन्होंने मुंबई के पेद्दार रोड स्थित 33 South नाम के लग्जरी टावर में 11वें और 12वें फ्लोर पर फैला डूप्लेक्स खरीद लिया है। यह सौदा 98 करोड़ रुपये में हुआ है। अभी तक चंद्रशेखरन और उनका परिवार करीब 6,000 वर्गफीट वाले डूप्लेक्स के लिए हर महीने 20 लाख रुपये किराया दे रहा था। टाटा ग्रुप के चेयरमैन के रूप में 2021 में एन चंद्रशेखरन को कुल 91 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। चंद्रशेखरन जहां रहते हैं, उस ’33 साउथ’ इमारत के बगल में ही मुकेश अंबानी का आलीशान घर ‘एंटीलिया’ स्थित है। 33 साउथ या पूरे पेद्दार रोड पर ही कई नामी हस्तियों का आशियाना है।
चंद्रशेखरन 33 साउथ कॉन्डोमिनियम में शिफ्ट हुए
सौदे की पूरी जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ‘चंद्रा परिवार यहां कई सालों से 20 लाख रुपये की मंथली लीज पर रह रहा था। 21 फरवरी 2017 में टाटा संस के चेयरमैन का पद संभालने के बाद चंद्रशेखरन 33 साउथ कॉन्डोमिनियम में शिफ्ट हुए। टाटा ग्रुप के एक प्रवक्ता ने इस पूरे सौदे पर टिप्पणी से इनकार कर दिया।
बेहद खास है टाटा संस के चेयरमैन का डूप्लेक्स
28 मंजिली (400 फीट) यह इमारत साउथ मुंबई में जसलोक अस्पताल के पास में ही मौजूद है।
टाटा ग्रुप के चेयरमैन का डूप्लेक्स 11वें और 12वें फ्लोर पर करीब 6,000 स्क्वायर फीट में फैला है।
चंद्रा परिवार इसी डूप्लेक्स में कई सालों से रह रहा था, हर महीने 20 लाख रुपये देते थे किराया।
21 फरवरी 2017 को टाटा संस का चेयरमैन बनने के बाद वह परिवार समेत यहां शिफ्ट हुए थे। बता दें कि चंद्रशेखरन 20 फरवरी 2027 तक यानी अगले पांच साल के लिए फिर टाटा संस के चेयरमैन बनाए गए हैं।
देश में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले कॉर्पोरेट बॉसेज में से एक हैं, पिछले साल करीब 91 करोड़ रुपये मिले।
चंद्रशेखरन ने यह डूप्लेक्स खरीदने का फैसला खुद को फिर से टाटा संस का चेयरमैन बनाने के बाद किया। समूह ने उन्हें अगले पांच साल यानी 20 फरवरी, 2027 तक के लिए चेयरमैन नियुक्त किया है। चंद्रशेखरन की गिनती देश में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कॉर्पोरेट बॉसेज में होती है। वित्त वर्ष 2021 में उन्हें करीब 91 करोड़ रुपये मिले।
2008 में बना था यह लग्जरी टावर
6000 स्क्वायर फीट कारपेट एरिया वाले डूप्लेक्स के लिए चंद्रशेखरन ने 98 करोड़ रुपये चुकाए हैं। यानी एक स्कवायर फीट के लिए 1.6 लाख रुपये। सौदा चार दिन पहले चंद्रशेखरन (58), उनकी पत्नी ललिता और बेटे प्रणव के नाम पर हुआ है। डूप्लेक्स बेचने वाली कंपनी जीवेश डिवेलपर्स लिमिटेड है जिसे बिल्डर समीर भोजवानी मैनेज करते हैं। इस टावर को भोजवानी और विनोद मित्तल ने 2008 में बनवाया था।