Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

₹87,000 प्रति किलो है यह पनीर, चौंकिए मत, जानिए सच्चाई, इस पशु का दूध…

₹87,000 प्रति किलो है यह पनीर, चौंकिए मत, जानिए सच्चाई, इस पशु का दूध…

Share this:

Amazing but Reality : हीरा (Diamond) बहुत कीमती इसलिए है, क्योंकि प्रकृति में यह बहुत कम उपलब्ध है। कोयले को ब्लैक (Black Diamond) डायमंड भी कहते हैं, पर इसकी कीमत कम है, क्योंकि प्रकृति में इसकी मात्रा अधिक उपलब्ध है। बाजार यह कहता है कि जिस वस्तु की डिमांड अधिक हो और उपलब्धता कम हो, तो उसकी कीमत बढ़ जाती है। सामान्य रूप से गाय या भैंस के दूध का पनीर (Paneer) लगभग 300 से ₹400 किलो है। 

लेकिन, हम जिस पनीर की बात कर रहे हैं उसकी कीमत ₹87000 प्रति किलो है। जानना यह है कि किस पशु के दूध से बनता है यह स्पेशल पनीर और क्यों है इतना महंगा।

हम जानते हैं कि भारत में सबसे अधिक गाय और भैंस का दूध बिकता है। लेकिन, बहुत से देश ऐसे भी हैं, जहां अधिक मात्रा में गधी के दूध का भी उत्पादन होता है। इसके साथ ही इसके दूध से पनीर भी बनाया जाता है। आज के दौर में इसकी कीमत लगातार बढ़ती जा रही है।

सर्बिया में जसाविका स्पेशल नेचर रिजर्व

आपके मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि इतना महंगा पनीर कौन खाता है और क्यों। आपको बता दें कि इस पनीर को खरीदने वाले बहुत लोग हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्बिया में जसाविका स्पेशल नेचर रिजर्व स्थित है। यहां पर गधी के दूध से पनीर बनाया जाता है। इसकी कीमत 880 जीबीपी मतलब 1130 डॉलर प्रति किलो है और इसके पनीर की कीमत बाजार में लगातार बढ़ती ही जा रही है।

 बहुत कठिन है इस दूध से पनीर बनाना

गधी के दूध से पनीर बनाना बहुत कठिन है।  इसमें जमावट के लिए पर्याप्त कैसिन (Casein) नहीं होता है। उत्तरी साइबेरिया के कुछ लोगो के पास इससे पनीर बनाने का गुप्त तकनीक  (secret Technique) है। वे इस  पुरानी तकनीक का उपयोग कर इस दूध को गाढ़ा करते हैं। पनीर बनाने के लिए लगभग 25 लीटर दूध की आवश्यकता होती है। इस वजह से यह अधिक महंगा है।

स्पेशल पनीर का स्पेशल महत्व 

सर्बिया के पनीर उत्पादकों के अनुसार, मां और गधी के दूध में एक समान गुण होते हैं। यदि अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के रोगी इसका उपयोग करें, तो उन्हें काफी लाभ होता है। फॉर्म के अनुसार, इसका उत्पादन कम होने के कारण इसकी प्राइस अधिक होती है। सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच द्वारा वर्ष 2012 में इस पनीर के उपयोग की खबर आई थी, जोकोविच ने इन खबरों का खंडन किया था।

Share this: