National News Update, EME Will As Before, RBI Repo Rate Not Changed : देश में मध्यम वर्ग के लोग अपने अधिकतर बड़े कामों को करने के लिए लोन लेते हैं और उसका सूद चुकाते हैं। चाहे बाइक लेने की बात हो या कार या घर बनवाने के लिए लोन, अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा EME के लिए चुकाना पड़ता है। जब यह बढ़ता है तो आर्थिक परेशानी हो जाती है। नया वित्तीय वर्ष शुरू होने के साथ ही यह आशंका जाहिर की गई थी आरबीआई रेपो रेट बढ़ागा तो EMI बढ़ जाएगा, लेकिन आरबीआई ने रेपो रेट में बदलाव न कर बड़ी राहत दी है।
सर्वसम्मति से लिया गया फैसला
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव न करने की घोषणा की है। इस प्रकार से रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बना रहेगा। आरबीआई की इस घोषणा से लोन के रेट महंगे होने की आशंका कम हो गई है।
आरबीआई की तीन दिनों की मौद्रिक नीति समिति की बैठक आज खत्म होने के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बैठक में लिए फैसलों की जानकारी दी। रिजर्व बैंक ने बताया है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला सर्वसम्मत से लिया गया है। आरबीआई पिछले साल मई से लेकर अब तक रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर चुका है।
ग्लोबल क्राइसिस पर जताई चिंता
आरबीआई गवर्नर दास ने ग्लोबल बैंकिंग क्राइसिस पर चिंता जताते हुए कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अशांति के नए दौर का सामना कर रही है। विकसित देशों में बैंकिंग क्षेत्र में उथल-पुथल पर आरबीआई कड़ी नजर रख रहा है। दास ने बताया कि अप्रैल-जून 2023 में जीडीपी रेट 7.8 फीसदी और जुलाई-सितंबर 2023 अनुमान को 6.2 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। इसके अलावा अक्टूबर-दिसंबर 2023 जीडीपी रेट 6 फीसदी से बढ़ाकर 6.1 फीसदी और जनवरी-मार्च 2024 जीडीपी रेट अनुमान को 5.8 फीसदी से 5.9 फीसदी किया गया है।