Election (चुनाव) चल रहे हैं। पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव। उत्तर प्रदेश में विधानसभा के 2 फेज और मणिपुर में 1 फेज का चुनाव होना बाकी है। इस बीच महंगाई डायन सोई हुई थी। लोग यह अंदेशा जता रहे थे कि चुनाव के रिजल्ट के बाद अचानक महंगाई तेजी से बढ़ेगी। चुनाव रिजल्ट के पहले ही महंगाई डायन जग गई और आम लोगों पर उसका पहला आक्रमण 1 मार्च सुबह को सुनने को मिला। देश में एलपीजी सिलंडेर के दाम बढ़ गए हैं। दिल्ली में 19 किलो वाणिज्यिक रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें 105 रुपये और कोलकाता में 108 रुपये बढ़ गई हैं। 5 किलो वाणिज्यिक रसोई गैस सिलेंडर की कीमत भी 27 रुपये बढ़ोतरी दर्ज की गई है। नयी दरें आज से प्रभावी हैं।
चुनाव परिणाम के बाद और तेजी से आक्रमण करेगी महंगाई डायन
आम जतना के लिए थोड़ी राहत की खबर ये है कि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई हैं। पेट्रोल डीजल के दाम भी अभी नहीं बढे हैं। चुनाव के रिजल्ट के बाद देखते जाइए महंगाई डायन और किस-किस तरह से आक्रमण करती है। पेट्रोल डीजल के दाम जब कंपनियां अचानक बढ़ाएंगी तो सरकार कहेगी कि क्रूड ऑयल की कीमतों में वृद्धि के कारण हमारे पास कोई चारा नहीं है। पेट्रोल डीजल की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इसे तेल कंपनियां ही तय करती हैं। बस चुनाव के समय कीमतों पर नियंत्रण का अधिकार पता नहीं कैसे सरकार के पास चला आता है। तेल कंपनियां भी कहेंगी कि हम क्रूड ऑयल की कीमतों की भरपाई कैसे करें, इसलिए महंगाई तो बढ़ेगी। यह तेल कंपनियों और सरकार दोनों की बेशर्मी है कि चुनाव के दौरान महंगाई डायन को थपकी देकर सुला दिया जाता और उसके बाद उसे जगा कर आम जनता पर आक्रमण करने के लिए स्वतंत्र कर दिया जाता है।