Big Success Of India : आजादी के 75 साल होने के मौके पर भारत अपना अमृतकाल वर्ष मना रहा है। इसी बीच अर्थव्यवस्था जगत से भारत के लिए बड़ी खबर है। कोरोना महामारी से सफलतापूर्वक बड़ी लड़ाई लड़ने के बाद भारत के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। अब हमारा देश ब्रिटेन को पछाड़ कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। महज 10 वर्षों के अंतराल में ही भारत ने 11वें पायदान से छलांग लगाकर पांचवें पायदान पर पहुंचा है। भारत के लिए यह उपलब्धि किसी गौरव से कम नहीं है।
अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ही भारत से आगे
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (international monetary fund) के जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत वर्ष 2021 के आखिरी तीन महीने में ब्रिटेन से आगे निकला। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों में भी भारत की यह बढ़त वित्त वर्ष 2022-23 में ही जारी है। भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर रही, जबकि इसी अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर रही। इस लिहाज से अब भारत से आगे सिर्फ अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी रह गए हैं।
महंगाई- मंदी के बढ़ते खतरे का सामना कर रहा ब्रिटेन
रिपोर्ट के अनुसार जरूरत की वस्तुएं महंगी होने से ब्रिटेन ने दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का गौरव खो दिया। बता दें कि ब्रिटेन पिछले चार दशकों में सबसे तेज महंगाई और मंदी के बढ़ते खतरे का सामना कर रहा है। बैंक ऑफ इंग्लैंड की ओर से अनुमान जताया है कि यह स्थिति 2024 तक रहेगी। इस बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था के इस वर्ष सात प्रतिशत से ज्यादा की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है।
भारत की आर्थिक विकास दर दुनिया में सबसे तेज
आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 में मामूली जीडीपी (2.9 लाख करोड़ डॉलर) से भारत 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था, जबकि ब्रिटेन (2.8 लाख करोड़ डॉलर) छठे स्थान पर पहुंच गया था। वैसे कुछ ही दिनों बाद भारत ब्रिटेन से पीछे चला गया था। ब्रिटेन को पीछे छोड़ने की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब भारत ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 13.5 फीसदी की वृद्धि दर प्राप्त की है। फिलहाल भारत दुनिया में सबसे तेज आर्थिक विकास दर हासिल करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।