Adani Enterprises FPO Cancelled : जिस दिन देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साल 2023-24 का आम बजट पेश कर रही थीं, उसी दिन अडानी एंटरप्राइजेज ने घोषणा की कि उसने अपने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (एफपीओ) को कैंसिल कर दिया है। इसने अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की तरफ से कंपनी पर हेराफेरी करने का आरोप लगाने के बाद ये फैसला किया है। चल रहे इस विवाद के बीच कंपनी ने एफपीओ के अपने निवेशकों को पैसा लौटाने की बात कही है।
बजट वाले दिन लिया गया फैसला
कंपनी के बॉर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 1 फरवरी 2023 को हुई बैठक में, अपने सब्सक्राइबर्स के हित में 20,000 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों के एफपीओ के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया। अडानी एंटरप्राइजेज ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इसका एफपीओ पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था। बोर्ड ने इस मौके पर सभी निवेशकों को सपोर्ट और एफपीओ में रुचि दिखाने के लिए धन्यवाद दिया।
पूर्ण रूप से हुआ था सब्सक्राइब
अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का 20000 करोड़ रु का एफपीओ फुली सब्सक्राइब हुआ था। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) को तीसरे दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब कर लिया गया था। नॉन-इंस्टिट्यूश्नल निवेशकों की तरफ से एफपीओ को अच्छा रेस्पोंस मिला। उनके हिस्से को 3.26 गुना सब्सक्राइब किया गया। इंस्टिट्यूश्नल निवेशकों और रिटेल निवेशकों के हिस्से को क्रमशः 97 फीसदी और 11 फीसदी सब्सक्राइब किया गया। यानी साफ जाहिर है कि रिटेल निवेशक अडानी ग्रुप के इस एफपीओ से बचे। अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज आंशिक रूप से पेड आधार पर 20,000 करोड़ रुपये तक के शेयरों की पेशकश कर रही थी। इसने ये जानकारी मार्केट रेगुलेटर के के पास दाखिल किए गए अपने रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में दी थी। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, कंपनी ने इश्यू के लिए फ्लोर प्राइस 3,112 रुपये प्रति शेयर और शेयरों के लिए अधिकतम प्राइस 3,276 रुपये तय किया था। एफपीओ में रिटेल निवेशकों को 64 रुपये प्रति शेयर की छूट भी दी जा रही थी।