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क्रेडिट कार्ड है तो मजे ही मजे, लेकिन इस सोच से जल्द बाहर निकलिए तो बेहतर…

क्रेडिट कार्ड है तो मजे ही मजे, लेकिन इस सोच से जल्द बाहर निकलिए तो बेहतर…

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New Delhi news : आजकल यह दौर तेजी से आगे बढ़ रहा है कि क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उधार लेकर मौज के जिंदगी बिताएं, लेकिन यह है बहुत नुकसानदायक। ऐसी सोच से बाहर निकलना ही जिंदगी को बेहतर तरीके से समझना है। आंकड़े बता रहे हैं कि जुलाई 2024 में भारतीय क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं का खर्च पिछले साल इसी महीने की तुलना में 19% अधिक बढ़ गया है। SBI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जुलाई में क्रेडिट कार्ड से कुल खर्च 1.7 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया। दिलचस्प बात यह है कि जुलाई 2024 में लेन-देन मूल्य (ATV) में महीने-दर-महीने 1.4% की मामूली वृद्धि देखी गई है। यह दस महीनों में ATV में पहली वृद्धि है, जो उपभोक्ता व्यवहार में उच्च-मूल्य लेनदेन की ओर बढ़ते झुकाव को दर्शाता है।

प्राइवेट बैंकों की चांदी 

क्रेडिट कार्ड से लेनदेन के मामले में रिपोर्ट के HDFC बैंक सबसे ऊपर रहा। जुलाई में इस बैंक के क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कुल 44,369 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसके बाद ICICI बैंक का स्थान है, जिसके क्रेडिट कार्ड से 34,566 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि SBI ने 26,878 करोड़ रुपये खर्च किए। रिपोर्ट से मिल नहीं जानकारी के अनुसार, आंकड़े भारतीय उपभोक्ताओं के बीच क्रेडिट कार्ड के बढ़ते उपयोग और इसके द्वारा दी जाने वाली सुविधा को उजागर करते हैं। बढ़ते खर्च के साथ, क्रेडिट कार्ड लेन-देन में यह वृद्धि उपभोक्ता विश्वास में वृद्धि और आर्थिक स्थिरता का संकेत देती है।

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