New Delhi News : रह-रहकर एक सवाल आम जनमानस के दिमाग में कौंधता है कि आखिर नोटबंदी के दौरान दिखने वाले 2000 के गुलाबी नोट कहां गए। इसकी उपलब्धता न तो एटीएम में है, न ही आपके हाथ में और न ही बाजार में। हां, अचानक ही मार्केट से गायब हो गए ये नोट कभी-कभी अपनी रंगत खो चुकी शक्ल में एक-दो की संख्या में अवतरित हो जाती है। खासकर नोटबंदी के समय हर हाथ में दिखनेवाले ये नोट आखिर गए कहां, क्या इसका प्रचलन बंद हो गया या होने वाला है, क्या अब इसके नए नोटों की सफाई नहीं हो रही। आइए जानते हैं…
आरबीआई ने कहा- नोटों के सर्कुलेशन में आई है कमी
तब भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भी साफ-साफ कहा था कि इन नोटों के सर्कुलेशन में कमी आई है। दरअसल, एक समय यह आरोप लगने लगे थे कि 500 और 1000 रुपए के नोट के बदले ये 2000 वाला नया नोट कालाबाजारी का सरताज बनने लगा है। इस नोट के मार्केट से गायब होने की बात को लेकर संसद तक सवाल-जवाब हुए। कहा गया कि क्या भारतीय रिजर्व बैंक ने इन्हें छापना बंद कर दिया है या उन्हें एटीएम में डाला ही नहीं जा रहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया स्पष्ट
संसद में पूछे गए सवालों के जवाब में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों को उन्होंने निर्देश दिया था कि वे एटीएम में 2000 के नोट डालें या न डालें ये उनकी मर्जी है। इस बीच आरबीआई ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह खुलासा किया कि इन नोटों के सर्कुलेशन में कमी आने की मूल वजह साल 2019- 20 के बाद से इसकी छपाई बंद होना है।