Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

धनबाद के लोगों के लिए विदेश जाना होगा और आसान, अब 100 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से तय कीजिए और उड़ जाइए विदेश को

धनबाद के लोगों के लिए विदेश जाना होगा और आसान, अब 100 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से तय कीजिए और उड़ जाइए विदेश को

Share this:

धनबाद के लोगों के ल‍िए खुशखबरी है, क्योंकि दुर्गापुर हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने जा रही है। आप सोच रहे होंगे कि इससे धनबाद के लोगों को क्‍या फायदा म‍िलेगा। आइए जानते है दुर्गापूर में अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने से धनबादवासी कैसे लाभांव‍ित होंगे। वर्तमान समय में अगर बात करें तो झारखंड में तीन हवाई अड्डे है। रांची, जमशेदपुर और देवघर। इसमें रांची व जमशेदपुर से उड़ाने भरी जा रही हैं। ऐसे देवघर के ल‍िए भी यह घोषणा की जा चुकी है क‍ि श्रावणी मेले से पहले यहां भी उड़ान शुरू हो जाएगी। अफसोस की बात यह है क‍ि इन तीनों जगहों से अंतराष्‍ट्रीय उड़ान नहीं भरी जा सकती है। 

धनबाद से दुर्गापुर की दूरी 103 किलोमीटर है

दुर्गापुर के अंडाल में स्‍थ‍ित काजी नजरूल इस्लाम हवाई अड्डा इसी कमी को दूर करने जा रहा है। धनबाद से दुर्गापूर की दूरी भी लगभग 103 क‍िमी के आसपास है। यहां से धनबाद के लोग आसानी से व‍िदेशी सफर पर न‍िकल सकते है। ऐसे भी देखा जाए तो यह दूरी झारखंड के तीनों हवाई अड्डों से कम है। धनबाद से देवघर की दूरी 113 क‍िमी, धनबाद से रांची की दूरी 155 क‍िमी, वहीं धनबाद से जमशेदपुर की दूरी 140 क‍िमी के लगभग है। अंतराष्‍ट्रीय उड़ान के अलावे भी लोग देशभर की उड़ान के ल‍िए भी दुर्गापूर हवाई अड्डे का रुख कर सकते है। बता दें दुर्गापुर के अंडाल में देशभर के उड़ान के ल‍िए सुवि‍धा तो पहले से ही थी। अब यहां से इंटरनेशनल उड़ान की सुव‍िधा भी लोगों को म‍िलेगी।

बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने की घोषणा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आसनसोल शिल्पांचल का दौरा किया। उन्होंने बुधवार को बांकुड़ा में प्रशासनिक बैठक की। बैठक समाप्त होने के बाद वह हवाई मार्ग के माध्यम से दुर्गापुर शहर के अंडाल स्थित काजी नजरूल इस्लाम हवाई अड्डा पहुंची। मुख्यमंत्री कुछ समय के लिए हवाई अड्डे से बाहर निकलीं, जहां पश्चिम बर्द्धमान जिले के बड़े अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से अभिवादन किया। हवाई अड्डे के बाहर पत्रकारों से रूबरू होने पर मुख्यमंत्री ने अंडाल एयरपोर्ट के विस्तार को लेकर अपना विचार साझा करते हुए कहा कि सरकार ने इस एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा परिसेवा प्रारंभ करने का प्लान तैयार किया है, जो कि जल्द प्रारंभ की जाएगी। इस हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा प्रदान किया जाएगा, जो हवाई यात्रा करने वाले लोगों के लिए लाभप्रद होगा। हवाई अड्डे के विस्तार से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था का भी विकास होगा। उन्होंनेकहा टीएमसी बंगाल में प्रगति का कार्य कर रही है एवं विरोधी दल सरकार की कमियों को तलाशने में व्यस्त है। विरोधियों को मच्छर काट रहे है, इस कारण वह केवल सरकार के खिलाफ ही बोलते है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक लाइव शो के दौरान ह्रदय गति रुकने से मौत हुई चर्चित गायक केके की मौत पर अपना शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा मुझे कार्यक्रम का समापन जल्दी कर वापस कोलकाता लौटना पड़ रहा है।

एयरपोर्ट के विस्तार से आसपास के लोगों को होगा लाभ

काजी नज़रुल इस्लाम हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही लिया ले चूंकि है। हालांकि अभी भी अंडाल हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय रूप से तैयार करने का कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है। बुधवार को ममता बनर्जी के एलान के बाद आसनसोल, दुर्गापुर, बर्दवान, बांकुड़ा जैसे बड़े शहरों के अलावा धनबाद, कोयलांचल, शिल्पांचल समेत निकटवर्ती राज्य के बड़े उद्योगपतियों समेत राजनीतिक एवं सामाजिक पदाधिकारियों के बीच खासा उत्साह देखा जा रहा है। अगर इस एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय सुविधा प्रदान की जाती है तो ना केवल अंतरराष्ट्रीय यात्राओं से संबंधित यात्रियों को सहूलियत मिलेगी बल्कि दुर्गापुर शिल्पांचल के साथ अंतरराष्ट्रीय संबंध भी काफी मजबूत होगा एवं शिल्पांचल के सांथ अंतरराष्ट्रीय दूरी को भी नजदीकियों के रूप में तब्दील किया जा सकेगा। साथ ही साथ रोजगार के साधन के अलावा व्यापारिक दूरियों में भी काफी हद तक नजदीकियां लाई जा सकेगी, जोकि सभी लोगों के लिए लाभप्रद होगा। शिल्पांचल की एक बड़ी जनसंख्या रोजगार एवं पर्यटन के लिए विदेशों का भ्रमण करता है ऐसे लोगों के लिए मुख्यमंत्री का यह ऐलान काफी फायदेमंद साबित होने वाला है। हालांकि यह देखने वाली बात यह रहेगी कि मुख्यमंत्री के ऐलान के बावजूद इस हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय बनाने के लिए यहां के लोगों को और कितना विलंब सहना पड़ेगा।

Share this: