देश में पांच राज्यों के विधानसभा के चुनाव परिणाम आते ही कुछ दिनों के बाद से पेट्रोल डीजल की कीमत में आग लगनी शुरू हुई, तो आग लगातार बढ़ती गई। महंगाई डायन किसी को छोड़ने के मिजाज में नहीं है। यह गनीमत है कि 1 अप्रैल को पेट्रोल-डीजल की कीमत नहीं बढ़ी, पर दूसरी ओर 19 किलो के कॉमर्शियल गैस सिलिंडर की कीमत में ढाई ₹250 का इजाफा कर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है की महंगाई डायन मारेगी तो आखिर वह क्या कर सकती है। वोट तो मिल ही रहे हैं न। अधिक कीमत चुकाने के लिए वोटर तैयार हैं तो किसी के विरोध करने का क्या मतलब। उसका असर मोदी सरकार पर कुछ भी नहीं।
2 माह में ₹346 का इजाफा
व्यावसायिक गैस सिलिंडर की कीमत में वृद्धि के बाद दिल्ली में अब ये 2253 रुपये में मिलेंगे। घरेलू रसोई गैस सिलिंडरों के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। बीते दो माह में 19 किलो के व्यावसायिक रसोई गैस के दाम 346 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गए हैं। इससे पहले एक मार्च को इनके दाम 105 रुपये बढ़ाए गए थे। फिर नौ रुपये घटाए गए। एक मार्च को 19 किलो का एलपीजी सिलिंडर दिल्ली में 2012 रुपये में मिलता था, जो 22 मार्च को 9 रुपये घटकर 2003 रु. का हो गया था, लेकिन 1 April से 250 रुपये की बढ़ोतरी के बाद यह 2253 रुपये का हो गया। कोलकाता में यह सिलेंडर 2351 रुपये में मिलेगा तो मुंबई में 2205 में और चेन्नई में कॉमर्शियल एलपीजी सिलिंडर 2406 रुपये में मिलेगा। दरों में यह कमी-बेशी राज्यों व स्थानीय करों के कारण रहेगी।