Inflation (महंगाई) भारत में आम जनता (भक्तों को छोड़कर) के लिए चाहे जितनी बढ़ जाए, मोदी सरकार के लिए यह तो कम ही है। 5 अप्रैल को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के जवाब से यह स्पष्ट हो गया था। इस मुद्दे पर उन्होंने साफ कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारत में तो मात्र 5% ही अब तक वृद्धि हुई है। यह तो बहुत कम है। कई देशों में 1 साल में यह 40 से 50% तक आगे बढ़ चुकी है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष 4 नवंबर के बाद से इन दोनों ईंधन के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की गई थी। विपक्ष का स्पष्ट आरोप है कि पांच राज्यों के चुनाव के कारण मोदी सरकार ने तेल कंपनियों को मूल्य बढ़ाने से रोक रखा था।
आज कीमतों में इतना हुआ इजाफा
अब केंद्रीय बात पर आइए। 6 अप्रैल को भी तेल कंपनियों ने एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की है। इसके बाद 16 दिनों में पेट्रोल के दामों में अब तक 10 रुपया प्रति लीटर का इजाफा हो चुका है। तेल कंपनियों ने 6 अप्रैल को पेट्रोल के दाम में 74 से 84 पैसे तक की बढ़ोतरी की है, तो डीजल के दाम भी 75 से 85 पैसे तक बढ़े हैं। अब दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रुपये, जबकि डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। झारखंड की राजधानी रांची में पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमत प्रति लीटर 100 के पार पहुंच चुकी है। पेट्रोल प्रति लीटर 107.89 और डीजल 101.18 रुपया प्रति लीटर है।
पटना में पेट्रोल 115.40 रुपये प्रति लीटर
बिहार की राजधानी पटना में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत प्रति लीटर ₹100 के पार चल रही है। वहां पेट्रोल 115.40 और डीजल 100.26 प्रति लीटर बिक रहा है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत अब 120.51 रुपये व डीजल की कीमत 104.77 रुपये प्रति लीटर हो गई है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 115.12 रुपये जबकि डीजल का दाम 99.83 रुपये प्रति लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 110.85 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 100.94 रुपये प्रति लीटर है।