National News, business news, : एक मध्यम वर्गीय परिवार बहुत ही मुश्किलों से दो-दो पैसे जोड़कर अल्प बचत करता है। वह चाहता है कि आखिर इस बचत को कहां संजोए, जहां उसे अच्छा रिटर्न मिले और उसकी धनराशि सुरक्षित रहे। इसे लेकर अक्सरहां ऊहापोह की स्थिति बनी रहती हैं। ऐसे में कभी-कभी लोग धोखे के भी शिकार हो जाते हैं। कई निवेश कंपनियां उन्हें तरह-तरह का प्रलोभन देकर अपनी राशि जमा करने को कहती है, परंतु निवेश की इस प्रक्रिया में कई ऐसे हिडेन प्रावधान होते हैं, जहां तक निवेशकों की नजर नहीं जाती है और वे छले जाते हैं। ऐसे में कहां निवेश करना सुरक्षित होगा, आइए जानकारी लेते हैं…
सेविंग एकाउंट्स या फिर फिक्स डिपाजिट?
सामान्य तौर पर बचत की हुई धन राशि या तो आपके सेविंग अकाउंट में जमा रहती है या फिर फिक्स्ड डिपॉजिट में। बैंकों में यह दोनों ही एकाउंट्स बहुत ही प्रचलित हैं। अब सवाल यह उठता है कि इन दोनों एकाउंट्स में से कहां धनराशि जमा करना रिटर्न के दृष्टिकोण से अधिक बेहतर है। अब, जबकि हाल के कुछ महीनों में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कई बार परिवर्तन किए हैं, ऐसे में सेविंग एकाउंट्स से कहीं बेहतर रिटर्न फिक्स डिपॉजिट में मिल रहा है। खासकर रेपो रेट में परिवर्तन के बाद कई बैंकों ने फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज दर 7% तक बढ़ा दिया है। तय है जहां ब्याज की राशि अधिक होगी, वहां रिटर्न भी अधिक ही मिलेगा। ऐसे में सेविंग एकाउंट्स से कहीं बेहतर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना है।
बुद्धिमानी नहीं है सेविंग एकाउंट्स में पैसा जमा करना
बैंकों की मौजूदा कार्यप्रणाली पर अगर फोकस करें तो आज के वक्त में सेविंग एकाउंट्स में अधिक पैसे जमा करना कहीं से बुद्धिमानी नहीं है। क्योंकि बैंक आपको इस पर फिक्स डिपॉजिट की अपेक्षा बहुत कम ब्याज प्रदान करते हैं। चूंकि सेविंग एकाउंट्स में जमा राशि आप अपने हिसाब से समय-समय पर निकाला करते हैं। ऐसे में इसमें अधिक विचलन होने से भी आपको कम ब्याज मिलता है। इसके विपरीत जहां तक फिक्स डिपाजिट की बात है, एक से डेढ़ साल की अवधि वाले इस स्कीम में भी आपको अच्छा खासा ब्याज मिलता है।