SOILLESS FARMING: Do farming in your home with hydroponic technology, do not buy vegetables from the market, earn money too…, World (दुनिया) में टेक्नोलॉजी यानी तकनीक ने जीवन के सभी क्षेत्रों में कामकाज के तौर-तरीकों को बदल दिया है। यदि हम पुराने ढर्रे पर चलते रहे तो समस्याओं का हल संभव नहीं है। आज के दौर में तकनीक के सहारे सभी प्रकार की समस्याओं के हल में मदद ली जा सकती है। कृषि का क्षेत्र भी इससे इतर नहीं है। जब हम कृषि क्षेत्र की बात करते हैं, तो इसमें किसानों और खेत की बात स्वत: जुड़ जाती है। मिट्टी से कृषि के कार्य को अलग कैसे किया जा सकता है और कृषि के अंतर्गत केवल फसलें ही नहीं सब्जियां भी आती हैं। अब सब्जियां उगाने के लिए ऐसी तकनीक का विकास हो चुका है कि उसके लिए मिट्टी की जरूरत नहीं है। कहीं पर भी एक कमरे में सब्जियों की खेती कर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकती है और बाजार में बेच कर आर्थिक स्थिति भी अपनी मजबूत की जा सकती है। खेती की इस नयी तकनीक का नाम है हाइड्रोपोनिक टेक्नोलॉजी। कृषि विज्ञान की किस शाखा में हाइड्रोपोनिक टेक्नोलॉजी की स्टडी की जाती है उसे हाइड्रोपोनिक्स कहा जाता है।
सिर्फ पानी के सहारे खेती
हाइड्रोपोनिक Hydroponic एक ग्रीक शब्द है,जिसका मतलब है बिना मिट्टी के सिर्फ पानी के जरिए खेती करना। इसमें पानी का इस्तेमाल करते हुए जलवायु को नियंत्रित करके खेती की जाती है। पानी के साथ थोड़े बालू या कंकड़ की जरूरत लगती है।
आर्टिफिशियल यूवी का इस्तेमाल
इस Technology में घर के अंदर कमरे के हिसाब से एक हाइड्रोपोनिक सिस्टम (Hydroponic System) को तैयार किया जाता है। इसमें आर्टिफिशियल यूवी लाइट UV Light का इस्तेमाल होता है। इसमें तापमान 15-30 डिग्री के बीच रखा जाता है। ये खेती पाइपों के जरिए की जाती है। इनमें ऊपर के तरफ से छेद किए जाते हैं और उन्हीं छेदों में पौधे लगाए जाते हैं। पाइप में पानी होता है और पौधों की जड़ें उसी पानी में डूबी रहती हैं। इस पानी में वो हर पोषक तत्व मिलाया जाता है,जिसकी पौधे को जरूरत होती है।
छोटे पौधों के लिए यह तकनीक कारगर
हाइड्रोपोनिक टेक्नोलॉजी छोटे पौधों वाली फसलों के लिए बहुत कारगर है। इसमें मुख्य रूप से लेट्यूस,गाजर, शलजम, मूली, शिमला मिर्च, मटर, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी,तुलसी, टमाटर, जैसी सब्जियां और फल उगाए जा सकते हैं।