Success Story, Inspiration For Youth, 26 Years Boy Made Company Of 600 Crore : साधन नहीं होने या समस्या होने का रोना सामान्य रूप से हम रोते रहते हैं, इसलिए आगे बढ़ने का रास्ता ब्लॉक हो जाता है। समस्याओं से लड़ने और आगे बढ़ने का जज्बा हो तो रास्ता बड़ा हो जाता है और कामयाबी अंत में शोर मचाने लगती है। ऐसा ही कर दिखाया है नोएडा के इस 26 साल के नौजवान ने। 26 साल के सागर गुप्ता 1500 स्टाफ के साथ 600 करोड़ की कंपनी Ekkaa Electronics (एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स) चलाते हैं। इस उम्र में जब लोग पढ़ाई पूरी करने के बाद जॉब नहीं मिलने का रोना रोते रहते हैं, सागर गुप्ता ने पिता के साथ मिलकर बनाई गई कंपनी Ekkaa Electronics को आसमान की बुलंदियों पर पहुंचा दिया है। सागर गुप्ता ने बीकॉम करने के बाद मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में हाथ आजमाया।
पिता के साथ मिलकर 2017 में शुरू की थी कंपनी
नोएडा के रहने वाले सागर गुप्ता ने पिता के साथ मिलकर साल 2017 में एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स की शुरुआत की थी। सिर्फ 4 वर्ष में सागर गुप्ता ने एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार ₹600 करोड़ पर पहुंचा दिया है।
सागर गुप्ता की एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स ने अगले 3 साल में नोएडा में नई फैसिलिटी लगाने के लिए ₹1000 करोड़ का निवेश करने का फैसला किया है। अब कंपनी वॉशिंग मशीन, स्मार्ट वॉच, एयर फोन, हेडफोन और ट्रू वॉयरलैस स्टीरियो जैसे प्रोडक्ट बनाने के लिए नया प्लांट लगाने जा रही है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि Ekkaa Electronics के सागर गुप्ता के पास ना तो बिजनेस का कोई अनुभव था, ना ही वह कारोबारी घराने से ताल्लुक रखते हैं। सागर एक यंग उद्यमी हैं जिन्हें अपने प्रोडक्ट और अपनी मेहनत पर भरोसा था और पिता को साथ लेकर उन्होंने अपना कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर दिया है।
100 से अधिक कंपनियों को एलईडी टीवी की सप्लाई
EKKaa इलेक्ट्रॉनिक आज 100 से अधिक कंपनियों को एलईडी टीवी की सप्लाई करती है। एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हरियाणा के सोनीपत में है जबकि सेल्स और प्रोडक्शन फैसिलिटी नोएडा, गन्नौर और नासिक में भी है। Ekkaa electronics के सागर गुप्ता का दावा है कि 24 इंच से लेकर 40 इंच तक की एलईडी टीवी असेंबल करने के मामले में एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स देश की टॉप कंपनियों में शामिल है। एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स हर महीने एक लाख से ज्यादा टीवी तैयार करती है। एलईडी टीवी मैन्युफैक्चरिंग पर अब तक चीन का दबदबा रहा है लेकिन भारत तेजी से चीन को पछाड़ने की कोशिश में जुटा हुआ है।