TPEML यानी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने गुजरात के साणंद में फोर्ड के प्लांट के अधिग्रहण के लिए एक यूनिट ट्रांसफर एग्रीमेंट (यूटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते में पूरी भूमि और भवन, वाहन निर्माण सुविधा के साथ-साथ मशीनरी और उपकरण शामिल हैं। इसमें साणंद प्लांट में कार्यरत फोर्ड इंडिया के सभी योग्य कर्मचारियों का टाटा मोटर्स में लिया जाना भी शामिल है। भारतीय ऑटो दिग्गज ने फोर्ड से रु 725.7 करोड़ की राशि में यह प्लांट हासिल किया है। दोनों कंपनियों ने 30 मई, 2022 को त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
3 लाख वाहनों की मिलेगी अतिरिक्त क्षमता
टाटा भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए फोर्ड के साणंद प्लांट को इस्तेमाल करने का इरादा रखती है। कंपनी का कहना है कि उसके मौजूदा प्लांट तकरीबन पूरी तरह से व्यस्त हैं और इस अधिग्रहण से सालाना 300,000 वाहनों की अतिरिक्त क्षमता मिलेगी, जिसको प्रति वर्ष 420,000 तक बढ़ाआ जा सकेगा। यह साणंद में टाटा का दूसरा यात्री वाहन प्लाट होगा। अगले कुछ महीनों में दोनों कंपनियां प्लांट को सुचारू रूप से सौंपने की दिशा में एक साथ काम करेंगी।