Tata Steel News : भारत के प्रतिष्ठित टाटा ग्रुप की इस्पात कंपनी टाटा स्टील अपनी 6 सहायक (Subsidiary) कंपनियों का खुद में विलय (Merger) करेगी। 23 September को कंपनी की ओर से जारी एक बयान में इस बात की जानकारी दी गई है। कंपनी की ओर से बयान में बताया गया है कि इससे जुड़े एक प्रस्ताव को कंपनी के बोर्ड ने 22 September को मंजूरी दे दी है। बयान में यह भी कहा गया है कि टाटा स्टील के निदेशक मंडल ने 6 सहायक कंपनियों के टाटा स्टील में प्रस्तावित विलय की योजनाओं पर विचार करने के बाद इसे हरी झंडी दिखा दी है।
इन कंपनियों का होगा विलय
टाटा स्टील की जिन सब्सिडियरी कंपनियों का विलय होगा वे ‘टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड’, ‘द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड’, ‘टाटा मेटालिक्स लिमिटेड’, ‘द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ ‘टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड’ और ‘एसएंडटी माइनिंग कंपनी लिमिटेड’ हैं।
दो टाटा स्टील के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनियां
गौरतलब है कि ‘टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ में टाटा स्टील की 74.91 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसके अलावा उसकी ‘द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड’ में 74.96 प्रतिशत, ‘टाटा मेटालिक्स लिमिटेड’ में 60.03 प्रतिशत और ‘द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ में 95.01 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि ‘टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड’ और ‘एसएंडटी माइनिंग कंपनी लिमिटेड’ उसके पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां है। इसके साथ ही कंपनी के बोर्ड ने टाटा स्टील की सहयोगी कंपनी ‘टीआरएफ लिमिटेड’ (34.11 प्रतिशत हिस्सेदारी) के टाटा स्टील लिमिटेड में विलय को भी मंजूरी दे दी है।