Russia और Ukraine के बीच चल रहे भीषण युद्ध के कारण भारत में एलआईसी के आईपीओ के टलने की संभावना जताई जा रही है। यह गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की बहुप्रतीक्षित महत्वाकांक्षी योजना है,लेकिन युद्ध के हालात को ध्यान में रखते हुए देश के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक साक्षात्कार में इसके टलने का संकेत दिया है।
फिर से विचार करने में आपत्ति नहीं
वित्त मंत्री ने कहा कि आदर्श रूप से मैं इसे तय समय पर लाना चाहूंगी, क्योंकि हमने विशुद्ध रूप से भारतीय परिस्थितियों के आधार पर इसकी योजना बनाई है, लेकिन वैश्विक स्थितियां कह रही हैं कि हमें इस पर विचार करना चाहिए। ऐसे में मुझे इस पर फिर से विचार करने में कोई आपत्ति नहीं है। सरकार के पुनर्विचार करने से देश के सबसे बड़े मेगा पब्लिक ऑफर की टाइमिंग पर असर पड़ सकता है। बजट घाटा पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के 10.5 अरब डालर मूल्य की परिसंपत्तियों की बिक्री करने के इरादे का काफी बड़ा हिस्सा एलआईसी के पब्लिक ऑफर से पूरा होना है। सरकार ने इसी महीने एलआईसी का आईपीओ लाने की समय सीमा निर्धारित की है। एलआईसी का Embedded वैल्यू लगभग 5.4 करोड रुपये आंकी गई है।