New Delhi news : नीट (एनईईटी) पेपर लीक मामले में एक तरफ दोबारा से परीक्षा कराने की घोषणा की जा चुकी है। वहीं, दूसरी तरफ गुरुवार को अखिल भारतीय छात्र संगठन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस भी इसे मुद्दा बनाने पर जुटी हुई है।इस मामले को लेकर पत्रकार वार्ता में कांग्रेस नेता और रायबरेली से नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने एनईईटी पेपर लीक मामले पर भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह संस्था शैक्षिणक संस्थानों पर काबिज हो चुकी है। जब तक इनसे संस्थानों को नहीं छीना जायेगा, इस तरह से पेपर लीक होते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पेपर लीक मामले को लोकसभा में उठाया जायेगा।
24 लाख छात्रों का भविष्य अधर में है
राहुल ने कहा कि एनईईटी पेपर लीक होने से 24 लाख छात्रों का भविष्य अधर में है। फिर भी इस मामले पर भाजपा की केन्द्र सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुईं गिरफ्तारियों से स्पष्ट है कि परीक्षा में योजनाबद्ध ढंग से भ्रष्ट्राचार हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्य पेपरलीक मामले का एपिक सेंटर बने चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी। विपक्ष की जिम्मेदारी निभाते हुए हम देश भर के युवाओं की आवाज सड़क से संसद तक मजबूती से उठायेंगे।
नीट, यूजीसी-नेट मामले पर भाजपा ने कांग्रेस पर किया पलटवार
इधर भाजपा ने गुरुवार को नीट विवाद और यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पलटवार किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केन्द्र सरकार छात्रों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क और संवेदनशील है। सरकार का दृढ़ संकल्प है और लाखों छात्रों के साथ कोई अन्याय नहीं होने देगी। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लाखों छात्रों के भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है, वह सिर्फ इस विषय पर अपनी राजनीति करना चाहते हैं। राजस्थान में पेपर लीक हुआ, लेकिन राहुल गांधी ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा।