Mumbai news, filmi duniya, Bollywood news, Bollywood pulse : भारत में फिल्मों का इतिहास काफी पुराना है। एक निर्धारित अंतराल और स्थापित मानकों के अनुरूप समान शीर्षक से बनी फिल्मों का दोहराव भी होता आया है। नए किरदार, नए गीत-संगीत, कहानी और फिल्मांकन के जिरए पिछला रिकार्ड तोड़ने का प्रयास भी किया जाता रहा है। इससे इतर कुछ मामलों में लाख जतन के बावजूद कई रिकार्ड अब भी नहीं तोड़े जा सके हैं। आज एक ऐसी ही फिल्म से हम आपको साक्षात्कार कराने जा रहे हैं। फिल्म का नाम इंद्रसभा है, जिसका रिकार्ड नौ दशक बाद भी तोड़ा नहीं जा सका है। आखिर क्या खासियत थी इस फिल्म की, आइये डालते हैं एक नजर….
एक-दो, आठ-10 भी नहीं, 72 गाने थे इस फिल्म में
यह एक ऐसी फिल्म थी, जिसमें एक-दो नहीं, आठ-10 भी नहीं, पूरे 72 गाने थे। 1932 में रिलीज हुई ‘इंद्रसभा’ ऐसी इकलौती फिल्म है, जिसमें इतने सारे गाने हैं कि…, जिसका आज तक रिकार्ड ब्रेक नहीं हो सका है। फिल्म के 72 गानों में नौ ठुमरी, 31 गजल, 13 गाने, होली के चार गाने, पांच छंद, पांच चौबाला, पांच सामान्य और अन्य गाने थे।
जहानारा और मिस्टर निसार ने निभाया ने मुख्य किरदार
इंद्रसभा की बात करें तो इस फिल्म में जहानारा और मिस्टर निसार ने मुख्य किरदार निभाया था। तब ये सितारे काफी लोकप्रिय थे। जहानारा एक्टिंग करने के साथ-साथ बेहतरीन गायिका भी थीं। आप शायद ही जानते हों, ‘इंद्रसभा’ पहली ऐसी फिल्म थी, जिसमें साउंड का प्रयोग किया गया था, जबकि ‘आलमआरा’ पहली बोलती भारतीय फिल्म थी।