Bollywood news : हिंदी सिनेमा के अबतक के इतिहास में कुछ आते ही फ़िल्म इंडस्ट्री में छा गए तो किसी को स्टारडम पाने के लिए हाड़ तोड़ मेहनत करनी पड़ी तो कई गुमनामियों में खो गए। आज हम बात करेंगे बॉलीवुड की उस हसीन अदाकारा की, जिसके साथ उस जमाने के नामी एक्टर्स काम करने से कतराते थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और जूनियर आर्टिस्ट से लेकर सपोर्टिंग लीड और फिर मेन लीड तक का सफर तय किया। हम बात कर रहे हैं मुमताज की, जिन्होंने रुपहले पर्दे पर एक के बाद एक कई भूमिकाएं अदा की। हम आपको बताते हैं 53 साल पुरानी वह कहानी, जब मुमताज का सपना था, टूट गया था। आप बने रहें, हम आगे की कहानी बताते हैं।
यह देव आनंद का ही चार्म था कि हर एक्ट्रेस उनकी हीरोइन ही बनना चाहती थी
बात करीब 53 साल पुरानी है जब देव आनंद 1971 की हिट फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ बनाने की तैयारी में थे। यह वो दौर था, जब मुमताज टॉप की हीरोइनों में शुमार थीं। इसलिए उन्होंने मुमताज को लीड हीरोइन कास्ट करने का मन बनाया, लेकिन चूंकि इस फ़िल्म में लीड रोल देव साहब की थी, मुमताज ने इस किरदार को रिजेक्ट कर दिया। नतीजतन, मुमताज को फ़िल्म में दूसरी भूमिका दे दी गई। दरअसल, देव आनंद को तब ऐसी एक्ट्रेस की तलाश थीं, जो फिल्म में उनकी हीरोइन नहीं, बहन का किरदार निभा सके, लेकिन देव आनंद का चार्म ऐसा था कि हर एक्ट्रेस उनकी हीरोइन बनना चाहती थीं।
अचानक मिली जीनत अमान, हरे रामा हरे कृष्ण में क्या आईं, छा गईं
आगे की कहानी कुछ इस तरह है, एक दिन अचानक देव आनंद की मुलाकात जीनत अमान से हुई। जीनत तब फ़िल्म इंडस्ट्री में नई थीं और इंडस्ट्री में अपनी जड़े जमा रही थीं। उन्हें पहली नजर में देखते ही देव आनंद ने फैसला कर लिया कि जीनत को ही फिल्म में अपनी बहन का किरदार देंगे। मुमताज को भी इस बात से ऐतराज नहीं था, क्योंकि उन्हें पता था कि जीनत इंडस्ट्री में नई हैं और वह तो टॉप की एक्ट्रेस हैं।
जीनत के पास लगी फिल्मों की ढेर, देखती रहीं मुमताज
आपको बता दें, 1971 में जब फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ रिलीज हुई तो फिल्म काफी हिट साबित हुई, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा फायदा जीनत अमान को हुआ और मुमताज कहीं खो गईं। फिल्म का गाना ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ तब जहां काफी हिट हुआ, वहीं देव आनंद के साथ जीनत की केमेस्ट्री को भी खूब पसंद किया गया। इस फिल्म के बाद निर्माता- निर्देशकों ने देव आनंद और जीनत की जोड़ी को तकरीबन दर्जनों फिल्मों के लिए साइन किया और वह जिस भी फिल्म में नजर आईं, हिट साबित हुईं।
जीनत ने रातोंरात छीन लिया मुमताज का स्टारडम
मुमताज इस फ़िल्म में एक छोटे से रोल में नजर आई थीं और पूरी फिल्म जीनत अमान पर केंद्रित थी। लिहाजा वह लाइमलाइट में रहीं। सच कहें तो इस एक फिल्म से जीनत ने रातोंरात मुमताज का स्टारडम छीन लिया था।इसके बाद मुमताज की जगह जीनत मेकर्स की पहली पसंद बन गई थीं और एक से बढ़कर एक हिट देकर वह बॉक्स ऑफिस क्वीन बन गईं। आपको बता दें ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ ने उस दौर में तीन करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी।