Bollywood News: राज कपूर की फिल्मों में क्यों होते थे नायिकाओं के नहाने वाले सीन। कपूर अपनी फिल्मों में एरोटिक सीन क्यों दिखाया करते थे। इसका विचार उनके मन में कैसे आया, उनकी ऑटोबायोग्राफी उनके जीवन का वह पन्ना है, जो सब कुछ बयां कर जाता है। दरअसल, वह अपनी मां को नहाते देखते थे और उन पलों ने उनके मन में गहरी छाप छोड़ी थी। आगे और जानें…
वह जवान, सुंदर और एक पठान महिला थी, जिसके तीखे नैन-नक्श थे
उन्होंने लिखा था मैं बहुत जल्दी बड़ा हो रहा था और न्यूडिटी का पुजारी था। मुझे लगता है कि ये मेरी मां के साथ मेरे करीब होने के कारण शुरू हुआ। वह जवान, सुंदर और एक पठान महिला थी, जिसके तीखे नैन-नक्श थे।” उन्होंने आगे लिखा था, “ज्यादातर साथ नहाया करते थे और उन्हें उस अवस्था में देखने से मेरे मन पर एक कामुक छाप पड़ी होगी।”
एक सफेद साड़ी पहनकर झरने के नीचे नहाने की थी चुनौती
राम तेरी गंगा मैली, मंदाकिनी का इस फिल्म में नहाते हुए सीन बहुत मशहूर हुआ था। ये उनकी डेब्यू फिल्म थी और पहली ही फिल्म में मंदाकिनी के सामने राजकपूर ने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी। फिल्म में एक्ट्रेस को केवल एक सफेद साड़ी पहनकर झरने के नीचे नहाना था, ये सीन उस वक्त काफी विवादों में भी रहा था। ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में जीनत अमान को भीगी हुई साड़ी में दिखाया था। इस फिल्म के लिए जीनत को काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा था। इसके साथ ही इस फिल्म में शशि कपूर के साथ उनके कुछ इंटीमेट सीन भी थे।
वैजन्ती माला को बिकनी में उतारा तो सिमी ग्रेवाल को कपड़े बदलते दिखाया
राज कपूर ने अपनी फिल्म ‘संगम’ में वैजयंती माला को साइन किया था और इसमें एक्ट्रेस ने पहली बार बिकिनी पहनी थी। उनका बिकिनी में पानी के अंदर वाला सीन उस वक्त काफी सुर्खियों में रहा था और ये फिल्म भी हिट हुई थी। राज कपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में सिमी ग्रेवाल थीं और इसमें वह ऋषि कपूर की टीचर दिखाई गई थीं। एक सीन में वह कपड़े बदल रही होती हैं और ऋषि कपूर उन्हें चुपचाप से देख रहे होते हैं। ये सीन काफी चर्चा में रहा था।