दानापुर स्थित हर्षित पोली क्लीनिक से नर्स और छपरा के दंपती के पास से बच्ची को किया सकुशल बरामद
मालसलामी निवासी मां ने पुत्री को बेचने का पिता पर लगाया था आरोप, सवा महीने से बच्ची थी गायब
Patna News : मालसलामी थाना क्षेत्र के भैसानी टोला निवासी पिता 28 वर्षीय सोनू यादव पर पत्नी खुशबू देवी ने अपनी ढाई साल की पुत्री को बेचने का गंभीर आरोप लगा रविवार को मामला दर्ज कराया तो पुलिस हैरान रह गयी। गठित विशेष टीम ने पूरे मामले का तकनीकी विश्लेषण के बाद कार्रवाई करते हुए महज 12 घंटों में बच्ची के बेचने और खरीदने में संलिप्त सभी चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ढाई साल की बच्ची को सकुशल छपरा से बरामद करने में सफल रही। पुलिस ने दानापुर स्थित एक नर्सिंग होम की नर्स को भी गिरफ्तार किया जिसने पिता से बच्ची लेकर दंपती को देने के लिए लगभग 50 हजार रुपये में सौदा तय किया था। यह नर्स भी छपरा की ही रहने वाली है।
डीएसपी डा. गौरव कुमार ने बताया कि बच्ची को बेचने से जुड़े बेहद संवेदनशील मामले की गहन पड़ताल के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक पटना और पुलिस अधीक्षक नगर पूर्वी की निगरानी में गठित पुलिस की विशेष टीम ने कार्रवाई की। डीएसपी ने बताया कि खुशबू देवी ने सवा महीने पहले से बच्ची के गायब होने की सूचना देते हुए उसे बेचने का आरोप पति पर लगाया था। भैंसानी टोला स्थित घर से गिरफ्तार सोनू यादव ने पूछताछ में दानापुर स्थित हर्षित पोली क्लीनिक की 26 वर्षीय नर्स रूपा देवी के बारे में जानकारी दी। छपरा निवासी नर्स अवनैर थाना स्थित देहरी रसूलपुर निवासी धनंजय तिवारी की पत्नी है। उसने बताया कि छपरा के मांझी थाना अन्तर्गत वार्ड दस के सुगधर निवासी 40 वर्षीय पंकज कुमार और 35 वर्षीय उसकी पत्नी पूजा देवी से बच्ची को बेचा है। गठित विशेष टीम ने दानापुर क्लीनिक में छापेमारी कर नर्स रूपा देवी और छपरा में छापेमारी कर पंकज व पूजा को गिरफ्तार किया। इस दंपती के पास से खुशबू की ढाई साल की बच्ची को सकुशल बरामद का लिया गया है। इनके पास से दो मोबाइल भी जब्त किया गया है। डीएसपी ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में बच्ची को 50 हजार रुपये में बेचने का मामला सामने आया है। यह राशि अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। जांच जारी है। उन्होंने बताया कि बच्ची की मां ने सवा महीने पहले बच्ची को बेचने की बात कही है। इस कारण इस मामले में मां की संलिप्तता को लेकर भी पड़ताल की जाएगी। डीएसपी ने बताया कि बच्चा की खरीद-बिक्री से जुड़े इस मामले में अन्य लोगों की भी संलिप्तता की जांच की जा रही है। उन्होंने महज 12 घंटों में पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किए जाने के लिए वरीय अधिकारियों से अनुरोध किए जाने की बात कही है।



