India में कोरोना संक्रमण अब पूरी तरह समाप्ति की ओर है। इससे पता चल रहा है कि अब कोरोना की तीसरी लहर से देश लगभग मुक्त हो चुका है। कल की अपेक्षा आज 75 कम नए मामले सामने आए हैं। इधर, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, पूरे देश में 12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीन लगना 16 मार्च से जारी है। इसके साथ ही 60 साल और इसके ऊपर के सभी बुजुर्गों को बूस्टर डोज भी दिया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अभी 12 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने की कोई योजना नहीं है। शायद उन्हें टीका लगाने की जरूरत न पड़े।
1404 कोरोना मरीज रिकवर
गौरतलब है कि जनवरी में लगभग 4 दिनों तक संक्रमण दर में कमी के बाद 26 जनवरी से फिर तेजी शुरू हो गई थी। 2 दिनों की वृद्धि के बाद 28 जनवरी से थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव के साथ संक्रमण की स्पीड में कमी दिख रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 02 April को सुबह जारी रिपोर्ट के अनुसार, देश में बीते 24 घंटे में मात्र 1260 नए मरीज मिले। 83 मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान 1404 कोरोना संक्रमित रिकवर हुए हैं। daily positivity rate o.24% है। रिकवरी रेट 98.76% अब देश में एक्टिव केसेस 13,445 रह गए हैं। अब तक कोरोना से देश में 5,21,264 लोगों की मौत हुई है। अब तक देश में कोरोना वैक्सीन के 1,84,52,44,448 Dose लोगों को दिए जा चुके हैं।
झारखंड में बहुत कम एक्टिव केस
लगभग 2 महीने से भी ज्यादा समय से झारखंड लगातार कोरोना संक्रमण से उबर रहा है। अब रोजाना न के बराबर नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। पूरे राज्य में कुछ दर्जन एक्टिव केस बच गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा रांची के ही हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले रांची में फिर कोरोना के नए मामले अचानक बढ़ गए थे, लेकिन 15 मार्च के बाद नए मरीजों की संख्या में अब वृद्धि नहीं हो रही है। कम समय में नए संक्रमित लोग रिकवर हो रहे हैं। गौरतलब है कि 1 मार्च को ही राजधानी रांची स्थित RIMS कोरोना मरीजों से बिल्कुल मुक्त हो चुका है। कोरोना वार्ड को खत्म कर दिया गया है। झारखंड में मृत्यु दर शून्य हो चुकी है। अधिकतर जिलों में अब एक्टिव केस की संख्या 0 हो चुकी है। एक तरह से राज्य को पूरी तरह खोल दिया गया है। 30 मार्च को ही रामनवमी और सरहुल जुलूस निकालने की शर्तों के साथ इजाजत दे दी गई है। 4 अप्रैल को सरहुल जुलूस और 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस निकलेगा। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना है। स्कूलों की परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं। अब नए सत्र की पढ़ाई भी कई स्कूलों में शुरू हो चुकी है। 1 सप्ताह में अन्य स्कूलों में भी नए सेशन की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।