Health tips, health alert, home remedy, earthquake pain : कई लोगों को अक्सर कान दर्द की समस्या रहती है। इलाज करके थक गए हैं, फिर भी कान की समस्या जस की तस बरकरार है तो ऐसे लोगों के लिए आज हम बताने जा रहे हैं घरेलू नुस्खा। इसके सहारे आप कान दर्द की समस्या से हमेशा के लिए मुक्त हो जाएंगे साथ ही साथ आपका बहुत सारा पैसा भी खर्च होने से बच जाएगा। कान दर्द की समस्या कभी-कभी कान से शुरू होकर यह दर्द कई बार नाक कर पहुंच जाता है। क्योंकि कान के अंदर के अंदर की बनावट बहुत नाजुक होता है। कान की नसें दिमाग और गले से होकर गुजरती हैं। ऐसे में अगर आपको भी सर्दियों में कान दर्द की शिकायत होती है तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज हम इस आलेख के जरिए आपको कान दर्द की वजह और इससे बचने के उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
फ्लू और इंफेक्शन के कारण कान में दर्द
बदलते मौसम के कारण ज्यादातर लोग जुकाम-बुखार से पीड़ित हो जाते हैं। वहीं जुकाम के बाद कान दर्द होने लगता है। कान से गले तक जाने वाली यूस्टेशियन ट्यूब के कारण बैक्टीरिया हमारे नाक तक पहुंच जाता है। मौसमी इंफेक्शन के कारण कान का दर्द बढ़ जाता है और कई बार तो कान बहने लगता है।
नाक में जमाव होना
जब गले से कान में जाने वाली यूस्टेशियन ट्यूब में किसी तरह का जमाव हो जाता है, तो कान दर्द ज्यादा बढ़ जाता है। वैसे यह समस्या सर्दियों में ज्यादा होती है। यदि सही समय पर इसका इलाज नहीं किया गया, तो यह गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है।
जुकाम और खांसी की परेशानी
सर्दी-जुकाम में छींकने और खांसने से कान के अंदरुनी हिस्से पर कभी-कभी बहुत दबाव पड़ जाता है। ऐसे में जब कान की नसों में दबाव पड़ता है, तो दर्द प्रारंभ हो जाता है।
साइनस की परेशानी
साइनस की समस्या से परेशान लोगों के कान में भी दर्द हो सकता है। ऐसे में यदि आप बार-बार दवा का सेवन कर रहे हैं और इसका असर नहीं होता है। ऐसे में हमें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, ताकि इस समस्या से जल्द छुटकारा पाया जा सके।
सर्द हवा से कान दर्द
जाड़े में जब ठंडी हवा कान में लगती है, तो इसका फौरन असर कान की नसों पर पड़ता है। इसलिए सर्दियों में बाहर निकलने से पहले कान और नाक को अच्छे से कवर कर लें। जिससे कि आप इस समस्या से बचे रह सकें।
किस उम्र में हो सकता है कान दर्द
आपको हम बता दें कि बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के लोगों को कान पकने की समस्या हो सकती है। वायरल या फंगल इन्फेक्शन के कारण कान बहने लगता है। वहीं महिलाएं कान छिदवा लेती हैं। इस कारण उनको इंफेक्शन हो सकता है और कान दर्द की समस्या हो सकती है। वहीं कान में गंदगी और मैल होने पर भी कान पकने की समस्या हो सकती है। साथ ही कान में फोड़े की समस्या भी हो सकती है।
कान बहने का इलाज
हर मरीज के लिए कान बहने की परेशानी का इलाज अलग-अलग हो सकता है। ऐसे में यह समस्या होने पर सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें। क्योंकि डॉक्टर इसका कारण पता लगाने के बाद इसके लक्षणों के आधार पर आपका इलाज करते हैं। वहीं अगर मरीज को गंभीर कान दर्द हो रहा है, तो इस दर्द को कंट्रोल करने के लिए कुछ दवाएं या ड्रॉप्स दिए जाते हैं। तो वहीं कुछ लोगों को कान की साफ-सफाई का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
कान पकने का घरेलू इलाज
बैक्टीरिया, वायरल और फंगल इन्फेक्शन के अलावा कान में फोड़ा और चोट आदि लगने के कारण भी कान पक सकता है। इस समस्या से बचने के लिए घरेलू इलाज का सहारा ले सकते हैं।
✓अगर इंफेक्शन के कारण कान पक गया है, तो पिपरमिंट का इस्तेमाल फायदेमंद होता है।
✓वहीं कान में एप्पल साइडर विनेगर को हल्का गर्म करके डालने से दर्द में राहत मिल सकती हैं।
✓कान दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए लहसुन के तेल का इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है।