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Eye care : प्रकृति की सुंदर नियामत है आंख, थोड़ी सी सावधानी बरत कर इनको रखें तरोताजा व स्वस्थ

Eye care : प्रकृति की सुंदर नियामत है आंख, थोड़ी सी सावधानी बरत कर इनको रखें तरोताजा व स्वस्थ

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Health news, health alert, eye care, ghar ka doctor, ghar ka vaid, home remedy, gharelu  nuskhe, essential tips of eyes : आंखें प्रकृति की सर्वश्रेष्ठ नियामत है। यह एक ऐसा अनमोल उपहार है जो प्रकृति और मनुष्य के सौन्दर्य को निखारने में मददगार है।आंखें ही हैं जो अच्छे और बुरे  की पहचान करती हैं। आंखों का महत्त्व सबके लिए एक समान होता है ।आंखे हैं तभी दुनिया -जहान है। आंखें न हो तो जीवन में बस घुप्प अंधेरा ही होता है।आप गोरे हैं या काले,यह उतना मायने नहीं रखता,जितना यह कि आप नेत्रवान हैं।प्रकृति की इस अमूल्य धरोहर को स्वस्थ और तरोताजा बनाए रखने के लिए विशेष कुछ नहीं करना पड़ता। बस थोड़ी सी सावधानी बरतनी होती है और इतना तो हम कर ही सकते हैं।

आंखों की ज्योति बढ़ाती है विटामिन ए 

डॉक्टरों की मानें तो कि विटामिन ‘ए’ आंखों के लिए बहुत जरूरी है। इसके निरंतर सेवन से आंखों की ज्योति बढ़ती है। आंखें निरोग रहती हैं। विटामिन ए प्रकृति में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध  है। गाजर और टमाटर इसके मुख्य स्रोत हैं। शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन ‘ए’ मिलटी रहे,इसके लिए गाजर, आम, टमाटर, दूध, मक्खन, पपीता, हरी सब्जियां और मछली को अपनी भोजन चर्या में जरूर शामिल करना चाहिए।

आंखों की रामबाण औषधि है शीतल जल

आंखों को स्वस्थ व निरोग रखना है तो पर्याप्त मात्रा में शीतल जल का सेवन करें। ठंडे पानी से नेत्र-ज्योति बढ़ती है । जल अगर पर्याप्त मात्रा में पीया जाए तो  शरीर के विषाक्त पदार्थ सहजता से बाहर निकल जाते हैं। सुबह सोकर उठें तो ठंडे पानी से आंखों को जरूर धोएं,ऐसा करना आंखों के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। सुबह सूर्योदय से पहले उठना और खाली पैर घास पर चलना आंखों के लिए अमृत तुल्य होता है। ऐसा करने से आंखों की ज्योति  बढ़ती है।  सौंफ के सेवन भी आंखों की सेहत के लिए लाभप्रद होता है।

चश्मा लगाएं,धूल-गार्ड से आंखों को बचाएं

गर्मी के दिनों में चलने वाली धूल भरी गर्म हवाएं आंखों के लिए काफी नुकसानदायक होती हैं। धूप के चश्मे लगाकर गर्म हवाओं के दुष्प्रभावों से आंखों को बचाया जा सकता है।  धूप से लौटने के तुरंत बाद ठंडा पानी शरीर पर न डालें। कुछ देर विश्राम करने के पश्चात ही ऐसा करें।  खाने के तुरंत बाद पढ़ने न बैठें। खाने के बाद कुछ देर विश्राम करें फिर पढ़ें। यदि आप यात्रा कर रहे हो तो चलती ट्रेन या बस में न पढ़ें। लगातार बहुत देर तक पढ़ते रहने से आंखें थक जाती हैं इसलिए कुछ पल आंखों को बंद करके लेट जाएं,इससे आंखों की थकान दूर हो जाती है।

खीरे के टुकड़ें मलें, मिट जाएंगे धब्बे

यदि आपकी आंखों के नीचे काले धब्बे पड़ गए हैं तो घबराएं नहीं। उस पर खीरे के टुकड़े रखकर मलें। ऐसा करने पर कुछ दिनों में धब्बे साफ हो जाते हैं।  ज्यादा समय तक टीवी न देखें,इससे आंखों में भारीपन आ जाता है और आंखों के नीचे काले दाग धब्बे पड़ने लगते हैं। इससे बचने के लिए टीवी से बीच-बीच में नजरें हटाते रहें। आंख को निरोग रखने का यह रामबाण नुस्खा है।

क्या कहते हैं डॉक्टर 

यदि आपकी आंखों में तकलीफ है तो तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें। चिकित्सक की सलाह के बिना कोई दवा आंख में न डालें। तभी आपकी आंखें स्वस्थ और चमकीली होगी। क्योंकि जब तक आंखों का आंतरिक सौन्दर्य ठीक नहीं होगा, तब तक आंखों की बाह्य सुंदरता और उसके आकर्षण को बनाए रख पाना सम्भव नहीं है। नेत्र के नाजुक तंतुओं की हम जितनी हिफाजत करेंगे, हमारी दृष्टि उतनी ही सुस्पष्ट होगी।

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