Health Consciousness For You, Control Diabetes Naturally, Do Better For Health : अपनी सेहत के प्रति तो खुद सजग रहना होगा। आज की जीवन शैली में शुगर अथवा डायबिटीज की बीमारी आम बात हो गई है।डायबिटीज होने का मतलब ही है कि आपके पैंन्क्रियाज से इंसुलिन का प्रोडक्शन कम हो गया है या आपका शरीर इंसुलिन को पचा नहीं पा रहा है। दोनों ही स्थिति में आपके कुछ भी खाते ही ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ना तय है। यदि आप डायबिटीज कंट्रोल के लिए दवा या इंसुलिन ले रहे तब भी आपको कुछ आयुर्वेदिक पत्तियों का सत्व जरूर लेना चाहिए क्योंकि ये नेचुरली शुगर को कम करने के लिए इंसुलिन को सक्रिय करती हैं। डायबिटीज कंट्रोल करने वाली हरी पत्तियां।
करेले की पत्तियां
करेले की तरह इसकी बेल के पत्तों में भी तमाम तरह के औषधीय गुण शामिल हैं जो मानव शरीर की सेहत के लिए अच्छा काम करते हैं। करेले के पत्ते भी सब्जी की तरह आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन, पोटैशियम, विटामिन-सी से समृद्ध होते हैं। करेले के पत्ते हल्के हरे और आकार में लंबे होते हैं। बेंगलुरु स्थित जीवोत्तम आयुर्वेदिक सेंटर के अनुसार करेले के पत्तों में विटामिन्स और मिनरल्स के साथ ही विसीन और पॉलीपेप्टाइड पी काफी मात्रा में होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को डाउन करता है।
इमली की पत्तियां
इमली की हरी पत्तियों को चबा लें या आप इसे सूखा कर पाउडर बना लें। इसे गर्म पानी से दो चम्मच खाली पेट खाना शुरू कर दें। इससे ब्लड शुगर का लेवल कुछ ही देर में कम होना शुरू हो जाएगा। इमली के पत्ते प्रोटीन, फैट (वसा) और फाइबर से समृद्ध होते हैं। इसके अलावा, इसमें थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन और बीटा-कैरोटीन भी मौजूद होता है। इन पत्तों में फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स, विटामिन-सी और पोटेशियम की मात्रा भी मौजूद होती है जो इंसुलिन डिफिशियंसी को सही करते हैं। साथ ही इसमें मौजूद फास्फोरस, कैल्शियम और मैग्नीशियम भी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
आम की पत्तियां
आम के पत्तों से इंसुलिन का प्रोडक्शन बेहतर हो सकता है। इसके अलावा आम के पत्ते ब्लड शुगर को स्टेबलाइज करने में भी मददगार हैं। इनमें विटामिन सी, पेक्टिन और फाइबर की अच्छी मात्रा पायी जाती है। आप चाहें तो इन पत्तियों को चबाकर खाएं या10 से 15 आम के पत्तों को पानी में उबाल लें और इस पानी को रातभर रखे रहने दें। अगली सुबह छानकर इस पानी का सेवन करें।
इस तरह करना है प्रयोग
ब्लड में इंसुलिन की गति डायबिटीज में खाने के बाद बहुत धीमी हो जाती है, लेकिन जब इन पत्तियों को चबाकर खाया जाता है तो ये इंसुलिन की गति को भी बढ़ाती हैं और पैन्क्रियाज में इसके प्रोडक्शन को भी। सुबह बासी मुंह इन पत्तियों को चबाने से इसका असर दोगुना होता। अगर आपका शुगर कंट्रोल से बाहर हो रहा तो आप इनका सेवन दिन में 3 बार भी कर सकते हैं। आप इनका रस पीएं या चबाकर खा लें।