Health news: वर्तमान समय में जीवनशैली से संबंधित रोगों के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रारंभ और आज की जीवनशैली में बहुत अधिक परिवर्तन आ चुका है। आज कहने को तो व्यक्ति के पास फुरसत नहीं पर अगर ध्यान से देखा जाए तो वह निष्क्रिय जीवन शैली अपनाए बैठा है जिसमें उसका दिमाग तो क्रियाशील है पर शरीर निष्क्रिय रहता है। संपूर्ण शरीर के स्वास्थ्य के लिए व्यक्ति का शारीरिक व मानसिक रूप से सक्रिय होना बहुत आवश्यक है।
पैदल चलने से अच्छा कोई व्यायाम नहीं
शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए व्यायाम के महत्व को स्वीकारा जाना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि पैदल चलने यानी सैर करने से अच्छा कोई व्यायाम नहीं है। यह इतना साधारण व्यायाम है जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है। इसके लिए न तो कोई खर्च करने की जरूरत है और न ही किसी उपकरण की जरूरत। इससे भी अधिक इस व्यायाम का फायदा यह है कि इसे हृदय रोगी, मधुमेह रोगी सभी आसानी से कर सकते हैं। हृदय रोगियों को भारी व्यायाम न करने की सलाह दी जाती है पर सैर करना हर किसी रोगी के लिए उपयुक्त व्यायाम है।
पैदल चलने के फायदे
पैदल चलने से शरीर को ऑक्सीजन की अधिक मात्रा मिलती है। हृदय को अधिक ऑक्सीजन मिलती है। रक्त संचार बढ़ता है। हमारा हृदय पूरे शरीर को रक्त पहुंचाने का कार्य करता है। पर यही रक्त नाड़ियों की सहायता से हृदय को वापिस पहुंचता है। जब हम पैदल चलते हैं तो हमारी टांगों की मांसपेशियां कार्य करती हैं और रक्त संचार बढ़ता है।
मोटापा कम करने के लिए हम हैल्थ क्लबों, जिम आदि में जो पैसा बर्बाद करते हैं अगर उसके बजाय प्रतिदिन 15 मिनट की सैर करें तो अधिक लाभकारी हो।
सैर करते समय इन बातों को ध्याम में रखें
✓रात की सैर के बजाय सुबह की सैर करना अधिक लाभप्रद है क्योंकि प्रात: काल हवा ताजा और कम प्रदूषित होती है।
✓ सैर करते समय ढीले ढाले वस्त्र पहनें। सूती कपड़े पहनें जो आपको ठंडक पहुंचाएं।
✓ सर्दियों में सैर करते वक्त स्कार्फ या हैट का प्रयोग करें क्योंकि हवा बहुत ठंडी होती है।
✓अगर आपको बुखार है या आप कमजोरी महसूस कर रहे हैं तो सैर न करें।
✓कई बार व्यक्ति प्रारंभ में अधिक पैदल चलने की कोशिश करता है, जिससे उसे थकावट व टांगों में दर्द हो सकता है। इसलिए एक ही बार बढ़ाने से बेहतर है कि धीरे-धीरे सैर के समय या अवधि को बढ़ाएं।
✓पैदल चलना तभी फायदेमंद हो सकता है अगर आप इसे नियमित करें। 15 दिन या एक महीने कर आप इसे छोड़ देंतो आपको इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा, इसलिए इसे अपनी दिनचर्या का एक हिस्सा बना लें और प्रारंभ में सप्ताह में तीन बार, फिर पांच बार और फिर इसे प्रतिदिन करें और अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।